पटना।

आगामी दिनों में बिहार में चार प्रमुख त्योहारों—ईद, चैत्र नवरात्र, चैती छठ और रामनवमी—को देखते हुए राज्य पुलिस मुख्यालय ने हाई अलर्ट जारी किया है। विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पंकज दाराद ने सुरक्षा तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। संवेदनशील जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

एडीजी पंकज दाराद ने बताया कि राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों, मस्जिदों, मंदिरों और घाटों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है। 31 मार्च को संभावित ईद और 1 से 4 अप्रैल तक चलने वाली चैती छठ के दौरान भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसके अलावा, 30 मार्च से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, जो 7 अप्रैल को संपन्न होगी। ऐसे में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं।

रामनवमी (6 अप्रैल) को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि पिछले साल कुछ इलाकों में हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं। संवेदनशील जिलों—गया, नालंदा, समस्तीपुर, मुंगेर, रोहतास और सीवान—में विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस मुख्यालय ने 50 कंपनियां बीएसएपी और 12 कंपनियां केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनात की हैं। रामनवमी के जुलूसों और शोभायात्राओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, और तय मार्गों से ही इन्हें गुजरने की अनुमति होगी।

जुलूसों को लेकर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बिना किसी ठोस वजह के उनके निर्धारित रूट में बदलाव नहीं किया जाएगा। साथ ही, डीजे साउंड पर भी सख्ती रहेगी। ज्यादा शोर-शराबा करने और उकसाने वाले गानों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। कानून-व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सभी जिलों के एसपी और डीआईजी को निर्देश दिए गए हैं कि वे धार्मिक आयोजनों के दौरान उपद्रवी तत्वों पर पैनी नजर रखें। पिछले वर्षों में गड़बड़ी करने वालों की सूची तैयार कर उनसे बॉन्ड भरवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। धार्मिक सौहार्द्र बनाए रखने के लिए शांति समितियों को सक्रिय किया गया है, ताकि त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।

बिहार पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद है और हर गतिविधि की वीडियोग्राफी की जाएगी। प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

ब्यूरो रिपोर्ट