नौबतपुर, पटना

जहानाबाद जिले के ओकरी निवासी 40 वर्षीय टोला सेवक दिलीप कुमार मांझी की लाश नौबतपुर थाना क्षेत्र के बालापुर मुसहरी के पास एक गेहूं के खेत में मिली। उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। मृतक का गला उनकी ही शर्ट और गमछे से कसा गया था। शव मिलने की सूचना पर इलाके में सनसनी फैल गई, जिसके बाद नौबतपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

परिवार से बिछड़ने के बाद हुई हत्या?
परिजनों के अनुसार, दिलीप कुमार मांझी अपनी पत्नी के साथ प्रयागराज में कुंभ स्नान के लिए गए थे। लौटते समय ट्रेन में भीड़ के कारण वे दूसरे डिब्बे में चढ़ गए और परिवार से बिछड़ गए। परिवार के अन्य सदस्य जहानाबाद लौट गए, लेकिन तीन दिनों तक दिलीप का कोई पता नहीं चला। इस संबंध में जहानाबाद के ओकरी थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।

हत्या के कारणों की जांच में जुटी पुलिस
नौबतपुर पुलिस ने मृतक के पास मिले एक पुर्जे के आधार पर उसकी पहचान की और परिजनों को सूचना दी। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दिलीप कुमार बालापुर मुसहरी तक कैसे पहुंचे। आशंका जताई जा रही है कि उनकी हत्या लूटपाट, आपसी रंजिश या अन्य किसी कारण से की गई हो सकती है। पुलिस हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रही है।

एफएसएल टीम जुटा रही सबूत
घटनास्थल पर एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। नौबतपुर थाना प्रभारी रजनीश कुमार केसरी ने बताया कि परिजनों से बातचीत कर आगे की जांच की जा रही है। फिलहाल परिजनों का बयान दर्ज कर, हत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव