
संपतचक/पटना।
पटना के संपतचक के इलाही बाग में एक बड़े भूखंड पर कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद अवैध निर्माण कार्य जारी है। इस मामले में शिकायत करने पहुंचे पीड़ित संतोष कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत से निर्माण कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है।
संतोष कुमार ने बताया कि जब वह इस अवैध निर्माण की शिकायत लेकर गोपालपुर थाना पहुंचे, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें बातचीत में उलझाकर तीन घंटे तक थाने में बैठाए रखा। इस दौरान, दूसरे पक्ष ने मौके का फायदा उठाकर छत की ढलाई पूरी कर ली। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि न्यायालय के आदेश का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
कोर्ट के आदेश के बावजूद जारी निर्माण:
संतोष कुमार ने गोपालपुर थाना में दिए आवेदन में बताया कि विवादित जमीन पर न्यायालय द्वारा किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगी हुई है। बावजूद इसके, उनके सौतेले भाई और चाचा के परिवार ने अवैध रूप से जमीन बेच दी और जबरन निर्माण कार्य करवा रहे हैं। उनका दावा है कि इस मामले में जल्द ही न्यायालय का फैसला आने वाला है, जिससे घबराकर वे लोग तेजी से निर्माण कार्य करवा रहे हैं।
थाने में शिकायत के दौरान हुआ अवैध निर्माण:
संतोष कुमार ने कहा, “मैं जब शिकायत दर्ज कराने गया, तो पुलिस ने तीन घंटे तक थाने में बैठाए रखा। इसी बीच, दूसरे पक्ष ने मौके का फायदा उठाकर छत की ढलाई करवा ली। इससे साफ है कि गोपालपुर थाना के पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से यह अवैध निर्माण किया गया है।”
थाना प्रभारी का बयान:
इस मामले पर गोपालपुर थाना अध्यक्ष जावेद अहमद खान ने कहा कि दोनों पक्षों की शिकायतें मिली हैं और मामला पटना सदर सीओ को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अंचल अधिकारी (सीओ) के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और फिलहाल किसी भी पक्ष को निर्माण कार्य करने से मना कर दिया गया है।
जब उनसे पूछा गया कि एक पक्ष को तीन घंटे तक थाने में बैठाए रखा गया, जबकि दूसरे पक्ष ने इस दौरान निर्माण पूरा कर लिया, तो उन्होंने जवाब दिया कि मामला अब अंचल अधिकारी के पास है और उनके आदेशानुसार आगे की कार्रवाई होगी।
पीड़ित की अपील:
संतोष कुमार ने इस मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की है। उन्होंने मांग की है कि न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करने वालों और पुलिस की भूमिका की निष्पक्ष जांच हो।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव