पटना।

फुलवारी शरीफ, संपतचक, जानीपुर, परसा बाजार, गौरीचक, बेलदारी चक एवं आसपास के इलाकों में खाद की कालाबाजारी से किसानों को रोपनी कार्य में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं कई गांव में खाद की भारी किल्लत भी है. किसानों को आसानी से अपने इलाके में खाद मिलना मुश्किल हो रहा है. बुधवार को जयपुर बाजार में स्थित खाद के दुकान में काला बाजारी मैं भी मांगे दाम पर खाद लेने के लिए किसानों को लंबे-लंबे लाइन में घंटा खड़ा रहना पड़ा.वहीं काला बाजार करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए कोई भी अधिकारी या जिम्मेदार लोग नजर नहीं आए.

किसानों का कहना है कि जहां खाद मिल रहा है वहां मनमाने दाम पर किसानों ने आरोप लगाया है कि  यूरिया खाद की सरकारी कीमत 266 रुपए प्रति बोरा होना चाहिए, लेकिन दुकानदारों के द्वारा यह किसानों को ₹400 प्रति बोरा उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके अलावा किसानों को जबरन कीटनाशक दवाई जिंक खरीदने को मजबूर किया जाता है जो किसान जिंक लेने से इनकार करते हैं उन्हें खाद नहीं दी जाती है. किसानों ने बताया कि खाद के अभाव में बहुत सारे किसानों ने अपनी रोपनी कार्य अभी तक शुरू भी नहीं किया है. जिन लोगों ने रोपनी कार्य शुरू किया है, खाद के अभाव में उनके खेतों में पटवन नहीं हो पा रही है. गोनपुरा गांव के किसान कमलेश कुमार ने बताया कि अभी दो बोरा यूरिया खाद उन्होंने ₹400 प्रति बोरा के हिसाब से खरीदी है. फतेहपुर के किसान जोगिंदर पंडित ने बताया कि खाद के दुकानदारों द्वारा बड़े पैमाने पर कालाबाजारी की जा रही है.किसानों का यह मानना है कि अगर समय पर खाद और पानी खेतों को प्राप्त नहीं हुआ तो इस वर्ष गेहूं की फसल प्रभावित हो सकती है.

              इस मामले को लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी बालकृष्ण दास से बात करने पर उन्होंने बताया कि खाद की किल्लत यहां नहीं है. कालाबाजारी किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक किसी के द्वारा कोई शिकायत नहीं मिली है जब शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी. कृषि पदाधिकारी ने बताया की फुलवारी प्रखंड में उर्वरक के 22 विक्रेता है. इनमें मेसर्स अवधेश खाद भंडार, बरहमपुर को 4. 275 मैट्रिक टन खाद उपलब्ध कराया गया है. मेसर्स छोटेलाल ट्रेडिंग कंपनी, अकबरपुर को 0. 18 मेट्रिक टन, मेसर्स मां वैष्णो इंटरप्राइजेज, सुईथा को 2.295 मेट्रिक टन, मेसर्स न्यू ओम साई इंटरप्राइजेज परसा बाजार को 0.36 मेट्रिक टन, रवि खाद भंडार चिलबिली को 1.62 मेट्रिक टन, मेसर्स सानिया इंटरप्राइजेज को . 315 मेट्रिक टन, मेसर्स सिंघानिया इंटरप्राइजेज को 8.055 मेट्रिक टन और सुनील खाद भंडार चक पकौली मैनपुर अंधा को 3.105 मेट्रिक टन खाद्य उपलब्ध है, जिसकी मूल्य प्रति बोरा 266 रुपए 70 पैसे पड़ते हैं. फुलवारी प्रखंड के 22 विक्रेताओं में से 14 विक्रेताओं ने अभी तक अपने दुकान में खाद की खरीदारी नहीं की है.फिलहाल आठ दुकानदारों के पास का स्टॉक ऊपर दर्शाया गया है.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव