
पटना।
पटना मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति को लेकर मंगलवार को आयुक्त कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक वरवड़े ने की, जिसमें पटना मेट्रो के निर्माण कार्य और संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में पटना जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के परियोजना निदेशक, केन्द्रीय पथ अंचल के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता समेत कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान डीएमआरसी के परियोजना निदेशक ने मेट्रो निर्माण के विभिन्न चरणों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन्स – आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, मोईनुलहक, राजेन्द्र नगर, राजाबाजार, पटना जंक्शन, रूकनपुरा, पटना जू और अन्य मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य शामिल था। इसके साथ ही मेट्रो डिपो परियोजना, न्यू आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन, जगनपुरा मेट्रो स्टेशन, रामकृष्णा नगर मेट्रो स्टेशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी चर्चा की गई।
आयुक्त मयंक वरवड़े ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मेट्रो निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए सभी अवरोधों को दूर किया जाए। खासतौर पर, ग्राउंड इम्प्रूवमेंट कार्य के दौरान यातायात में किसी भी प्रकार की बाधा न हो, इसके लिए जिलाधिकारी को तत्काल निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मेट्रो निर्माण कार्य से सुबह के समय में वॉक करने वालों को भी कोई समस्या न हो और बिजली की आपूर्ति प्रभावित न हो।
बैठक में पटना मेट्रो परियोजना के भू-अर्जन और भू-हस्तांतरण की स्थिति की समीक्षा की गई, और जिलाधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि इन मामलों में कोई भी समस्या लंबित नहीं है। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी संबंधित कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं और किसी प्रकार की रुकावट नहीं है। इसके अलावा, डीएमआरसी और जिला प्रशासन के समन्वय से निर्माण स्थल पर उत्पन्न होने वाली छोटी-मोटी समस्याओं का समय पर समाधान किया जा रहा है।
आयुक्त ने बैठक में कहा कि मेट्रो परियोजना की प्रगति उत्साहजनक है और सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि निर्माण कार्य में कोई विलंब न हो। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि जिन मार्गों पर संरचनाओं का रिलोकेशन आवश्यक है, वे काम शीघ्रता से पूरा किए जाएं।
आयुक्त ने अंत में यह भी स्पष्ट किया कि सरकार नागरिकों को बेहतर सार्वजनिक परिवहन सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है। पटना मेट्रो के निर्माण से न केवल यातायात की समस्या हल होगी, बल्कि शहर की मौजूदा अवसंरचनाओं पर भी दबाव कम होगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि ट्रैफिक डायवर्जन और अन्य बदलावों के बारे में आम जनता को पूरी जानकारी दी जाएगी, ताकि किसी को परेशानी न हो।
ब्यूरो रिपोर्ट