औरंगाबाद।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के तहत औरंगाबाद जिले को विकास की नई दिशा देते हुए 554 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 195 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन योजनाओं में 127.43 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 79 योजनाओं का उद्घाटन किया गया, जबकि 428.76 करोड़ रुपये की लागत वाली 116 नई परियोजनाओं की नींव रखी गई।

मुख्यमंत्री ने देव प्रखंड के बेढनी पंचायत में पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन किया और वहां मौजूद सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पुस्तकालय, मुखिया कक्ष, राजस्व कर्मचारी कार्यालय और पंचायत सचिव कक्ष की व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने महादलित टोला का दौरा कर सात निश्चय योजना के अंतर्गत बनाए गए पक्की गलियों, नल-जल योजना, आवास योजना और सोलर स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाओं का मुआयना किया और स्थानीय लोगों से संवाद भी स्थापित किया।

स्वास्थ्य और शिक्षा में भी अहम कदम:
मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद सदर अस्पताल में नव निर्मित नौ मंजिला मॉडल अस्पताल भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पताल में शीघ्र ही लिफ्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के तहत डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय, कुशी का उद्घाटन किया और छात्राओं से बातचीत करते हुए उन्हें पढ़ाई में मन लगाने की प्रेरणा दी।

पर्यटन और बुनियादी ढांचे को मिलेगी रफ्तार:
मुख्यमंत्री ने देव स्थित प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य के सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद उन्होंने प्रस्तावित रिंग रोड और मेडिकल कॉलेज के लिए चिह्नित भूमि का निरीक्षण किया। अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज तक बेहतर सड़क संपर्क सुनिश्चित किया जाए।

अदरी नदी पर प्रस्तावित रिवर फ्रंट परियोजना का भी स्थल निरीक्षण किया गया। इस परियोजना के तहत 1500 मीटर लंबे क्षेत्र में सौंदर्यीकरण, ओपन जिम, पार्क और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था की जाएगी ताकि नदी प्रदूषण मुक्त रहे और पर्यटन को बढ़ावा मिले।

महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर:
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से संवाद करते हुए स्वयं सहायता समूहों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि जब 2006 में उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी, तब राज्य में स्वयं सहायता समूह लगभग नाममात्र थे। इसके बाद उन्होंने विश्व बैंक से सहायता लेकर ‘जीविका’ के रूप में इस पहल को मजबूत किया, जो आज लाखों महिलाओं के जीवन को आत्मनिर्भर बना रही है।

मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख हस्तियां रहीं मौजूद
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, स्थानीय विधायक, विधान पार्षद, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि बिहार के हर कोने तक विकास की रोशनी पहुंचे। औरंगाबाद में शुरू की गई ये परियोजनाएं न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगी बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में भी नई संभावनाएं खोलेंगी।”

ब्यूरो रिपोर्ट