पटना।
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा मंगलवार को पटना स्थित बामेती परिसर में ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान’ के तहत ‘जल-जीवन-हरियाली दिवस’ पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने किया, जबकि अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी ने की।

मंत्री रेणु देवी ने कार्यक्रम में जल-जीवन-हरियाली अभियान की महत्ता और इसके दूरगामी लाभों पर प्रकाश डालते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अधिक से अधिक कृषकों और मछुआरों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें इनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने वृहद प्रचार-प्रसार पर भी विशेष बल दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के उद्देश्यों और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में इसकी भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने नए जलस्रोतों के निर्माण और अनुपयुक्त चौर भूमि को मत्स्य पालन के लिए उपयोग में लाकर उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया। इससे कृषकों और मछुआरों की आय में वृद्धि होगी।

कार्यक्रम के दौरान निदेशक मत्स्य अभिषेक रंजन ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला। वहीं, मिशन निदेशक, जल-जीवन-हरियाली अभियान, पटना ने इस अभियान के उद्देश्यों की विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर मिशन निदेशक प्रतिभा रानी, संयुक्त मत्स्य निदेशक दिलीप कुमार सिंह, व्याख्याता डॉ. टुनटुन सिंह, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी मोना हल्दकार, उप मत्स्य निदेशक उमेश रंजन समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने कृषकों और मछुआरों को जल-जीवन-हरियाली अभियान के महत्व पर जागरूक किया।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव