
पटना।
पटना के फुलवारी शरीफ में गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक शर्मनाक घटना सामने आई है। कुरथौल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नए भवन का उद्घाटन करने पहुंचे स्थानीय विधायक गोपाल रविदास को दबंगों ने न केवल रोका, बल्कि उनके साथ धक्का-मुक्की कर उन्हें अपमानित भी किया।

विधायक का कहना है कि इस विद्यालय भवन का निर्माण उनके विधायक फंड से हुआ है, और वे इस स्कूल के अध्यक्ष भी हैं। कार्यक्रम के निर्धारित समय के अनुसार वे उद्घाटन करने पहुंचे थे, लेकिन वहां मौजूद कुछ दबंग जाति के लोगों ने उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया।
विधायक ने आरोप लगाया कि उन्हें धमकी दी गई और कहा गया, “चमार भागो यहां से, नहीं तो मारपीट करेंगे।” इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी की गई। गोपाल रविदास ने आरोप लगाया कि इस घटना में चुन्नू सिंह, मिथिलेश सिंह, और हंसराज हंस सहित लगभग दस अन्य लोग शामिल थे। विधायक का कहना है कि ये सभी लोग भाजपा और जदयू के समर्थक हैं।

विधायक ने दर्ज कराई प्राथमिकी
घटना के बाद विधायक गोपाल रविदास परसा बाजार थाने पहुंचे और नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परसा बाजार थाना अध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि विधायक एक विद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने गए थे, जहां कुछ ग्रामीणों के ऊपर उन्होंने धक्का-मुक्की और अपमानित करने और भगाने का आरोप लगाया है। मामले की छानबीन की जा रही है आरोपितों की गिरफ्तार के लिए छापेमारी टीम लगातार काम कर रही है, सभी आरोपित फरार हो चुके है।
भाकपा माले ने की घटना की निंदा
भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य जय प्रकाश और प्रखंड सचिव गुरुदेव दास ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में जातिगत भेदभाव को बढ़ावा देती हैं।
सामाजिक न्याय पर गंभीर सवाल
यह घटना न केवल विधायक के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है, बल्कि हमारे समाज में जातिवाद की गहरी जड़ों को भी उजागर करती है। यह समय है जब प्रशासन और समाज एकजुट होकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और दोषियों को कठोर दंड दिलाएं।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव