पटना।

जद (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने राहुल गांधी द्वारा बिहार के जाति आधारित सर्वे को “फर्जी” बताए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे दलितों और पिछड़ों का अपमान बताते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी की नीयत पर सवाल उठाए।

राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार सरकार ने सर्वे के जरिए दलितों और पिछड़ों के लिए आरक्षण सीमा 65% तक बढ़ाई और 94 लाख गरीब परिवारों को दो-दो लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का प्रावधान किया। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने उनके बयानों को “मीडिया में सुर्खियां बटोरने का प्रयास” बताया।

साथ ही, उन्होंने कांग्रेस के ऐतिहासिक फैसलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी ने हमेशा दलितों और पिछड़ों की उपेक्षा की है, चाहे वह काका कालेलकर आयोग हो या मंडल कमीशन की सिफारिशें।

मुख्य सवाल:
1. राहुल गांधी ने पहले जाति आधारित सर्वे का समर्थन किया, अब उसे फर्जी क्यों बताया?
2. कांग्रेस के नेता सर्वदलीय बैठकों में शामिल थे, तो अब विरोध क्यों?
3. क्या कांग्रेस ने हमेशा कमजोर वर्गों के अधिकारों की अनदेखी नहीं की?

यह विवाद बिहार की राजनीति में जातिगत मुद्दों को और गरमा सकता है।

ब्यूरो रिपोर्ट