
नई दिल्ली।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) 2025 में भागीदारी भारत के समावेशी और परिवर्तनकारी विकास मॉडल को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
श्री वैष्णव ने बताया कि भारत में विकास का मुख्य उद्देश्य समाज के सबसे वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाना है। इसमें बैंक खातों के माध्यम से वित्तीय समावेशन, शौचालय, गैस कनेक्शन, नल का पानी, और बुनियादी ढांचे में सुधार जैसी योजनाएं शामिल हैं। वहीं भारत की डिजिटल क्रांति और डिजिटल इंडिया पहल ने वैश्विक स्तर पर एक नया मानक स्थापित किया है। इस क्रांति ने प्रौद्योगिकी को सुलभ बनाकर समाज के सभी वर्गों को सशक्त किया है। डिजिटल, भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे में निवेश। तकनीकी नवाचार और डिजिटल लोकतंत्रीकरण। प्रधानमंत्री की रणनीति के तहत, भारत न केवल विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, बल्कि आर्थिक और सामाजिक सुधारों से गरीबों के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव आया।
डब्ल्यूईएफ 2025 में भारत की भागीदारी का उद्देश्य:
वैश्विक साझेदारियों को मजबूत करना। भारत में निवेश आकर्षित करना। सतत विकास और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में भारत की वैश्विक पहचान को स्थापित करना।
श्री वैष्णव की इस यात्रा से भारत के विकास मॉडल को समझने और उसके लाभों को साझा करने के लिए एक मंच मिलेगा, जो भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका को दर्शाता है।
ब्यूरो रिपोर्ट