पटना।
बिहार सरकार ने एक बार फिर आईएएस अधिकारियों के विभागों में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। नए आदेशों के तहत कई वरिष्ठ अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सरकार का कहना है कि इन बदलावों से प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार होगा और सरकारी कामकाज में तेजी आएगी।

प्रमुख बदलाव

1. बी राजेंद्र
1995 बैच के आईएएस अधिकारी बी राजेंद्र, जो सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं, उन्हें ग्रामीण कार्य विभाग के प्रमुख सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

2. राजेश कुमार
2001 बैच के आईएएस अधिकारी और वर्तमान में बिहार मानव अधिकार आयोग के सचिव राजेश कुमार को कोसी प्रमंडल का आयुक्त बनाया गया है।

3. दया निधि पांडेय
2006 बैच के आईएएस अधिकारी दया निधि पांडे, जो कला संस्कृति विभाग के सचिव के पद पर कार्यरत थे, उन्हें अपर सदस्य, राजस्व परिषद नियुक्त किया गया है।

4. प्रणव कुमार
2008 बैच के आईएएस अधिकारी प्रणव कुमार को कला संस्कृति विभाग का नया सचिव बनाया गया है।
उनके पास गृह विभाग के सचिव, कारा एवं सुधार सेवाएं के महानिरीक्षक, सामान्य प्रशासन विभाग के जांच आयुक्त, और बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम, पटना के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा।

5. सीमा त्रिपाठी
2009 बैच की आईएएस अधिकारी सीमा त्रिपाठी को बिहार मानव अधिकार आयोग का सचिव नियुक्त किया गया है।



बिहार सरकार का दावा है कि इस बदलाव से राज्य में प्रशासनिक सुधार और कामकाज की गति बढ़ेगी। यह भी माना जा रहा है कि इन तबादलों के जरिए विभिन्न विभागों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है। हालांकि, विपक्ष इन ट्रांसफर-पोस्टिंग पर लगातार सवाल उठाता रहा है। विपक्ष का कहना है कि सरकार कई बार व्यक्तिगत और राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे फैसले लेती है।

सरकार का कहना है कि समय-समय पर अधिकारियों के विभागों में बदलाव करके राज्य की प्रशासनिक मशीनरी को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। इन फेरबदलों का मकसद बेहतर प्रशासन और विकास की दिशा में ठोस कदम उठाना है।
                   इन फैसलों के बाद राज्य के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा हो रही है। अब देखना यह है कि इन बदलावों का असर राज्य की कार्यशैली पर कितना पड़ता है।

ब्यूरो रिपोर्ट