
नई दिल्ली।
नई दिल्ली में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ‘ड्रग तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई को और तेज करने का संकल्प दोहराया। उन्होंने नशामुक्त भारत के निर्माण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साझा प्रयासों को रेखांकित किया और कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की।
मुख्य घोषणाएं और पहल:
1. ड्रग विनष्टीकरण पखवाड़े की शुरुआत:
गृह मंत्री ने ज़ब्त मादक पदार्थों के विनष्टीकरण पखवाड़े का शुभारंभ किया। इसके तहत अगले 10 दिनों में ₹8,600 करोड़ मूल्य के एक लाख किलोग्राम मादक पदार्थ नष्ट किए जाएंगे। यह जनता में एक सशक्त संदेश देगा कि भारत ड्रग्स के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है।
2. ऐतिहासिक ड्रग्स जब्ती:
वर्ष 2024 में ₹16,914 करोड़ मूल्य की ड्रग्स ज़ब्त की गई, जो आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। पिछले 10 वर्षों में ड्रग्स जब्ती में सात गुना वृद्धि हुई है, जो सरकार के मजबूत प्रयासों को दर्शाती है।
3. नई पहल:
भोपाल में NCB के नए कार्यालय का उद्घाटन।
MANAS-2 हेल्पलाइन का विस्तार सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों तक। राज्यों से MANAS एप और टोल-फ्री नंबर को लोकप्रिय बनाने का आग्रह।
4. ड्रग्स नेटवर्क पर प्रहार:
श्री शाह ने सभी राज्यों और एजेंसियों को अवैध क्लैन्डेस्टिन लैब्स के खिलाफ कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि डार्क वेब, क्रिप्टोकरेंसी और ड्रोन के माध्यम से हो रही ड्रग्स तस्करी पर रोक लगाने के लिए तकनीकी समाधान विकसित किए जाएं।
5. आंकड़ों पर नजर:
2004-2014 के बीच 3.63 लाख किलोग्राम ड्रग्स ज़ब्त हुई थी, जबकि 2014-2024 में यह आंकड़ा 24 लाख किलोग्राम तक पहुंच गया। ड्रग्स की ज़ब्ती के मूल्य में भी आठ गुना वृद्धि हुई है।
6. ड्रग्स के वित्तीय नेटवर्क पर सख्ती:
गृह मंत्री ने जोर दिया कि ड्रग्स के मामलों में फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन जरूरी है। उन्होंने संपत्ति ज़ब्त करने के कानूनी प्रावधानों का अधिकतम उपयोग करने की अपील की।
7. सख्त रणनीति:
मोदी सरकार तीन-आयामी रणनीति पर काम कर रही है:
Ruthless Approach: ड्रग्स की सप्लाई चेन को खत्म करना।
Strategic Approach: मांग को कम करना।
Human Approach: पीड़ितों की मदद करना।
8. जागरूकता और जन आंदोलन:
श्री शाह ने ड्रग्स के खिलाफ जन आंदोलन और जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा, समाज कल्याण, और स्वास्थ्य विभागों से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
श्री शाह ने कहा कि ड्रग्स का गैरकानूनी उपयोग न केवल अपराध है, बल्कि यह देश की युवा पीढ़ी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत के बिना 2047 तक एक विकसित भारत का सपना साकार नहीं हो सकता।
श्री अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स का प्रभाव सिर्फ अपराध तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी पीढ़ियों और देश की क्षमता को बर्बाद कर सकता है। उन्होंने सभी से मिलकर नशा मुक्त भारत का संकल्प लेने और इस बुराई को जड़ से खत्म करने की अपील की।
ब्यूरो रिपोर्ट