पटना।

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने पटना के प्रसिद्ध शिक्षकों खान सर और गुरु रहमान को नोटिस जारी किया है। यह विवाद उन बयानों और टिप्पणियों से जुड़ा है, जिनमें दोनों शिक्षकों ने आयोग की प्रक्रियाओं और कामकाज पर सवाल उठाए थे।

1. खान सर का बयान और नोटिस:
खान सर ने BPSC पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि आयोग सीट बेचने जैसे अनैतिक कार्य कर रहा है। उन्होंने आयोग के अधिकारियों को अपमानजनक शब्दों से संबोधित किया और छात्रों को इसके खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए उकसाया। इसके जवाब में BPSC ने खान सर को 15 दिनों के भीतर बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगने का नोटिस भेजा है।

नोटिस में कहा गया कि उनकी टिप्पणियों से आयोग की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ और कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति बनी। यदि माफी नहीं मांगी गई, तो उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।


2. गुरु रहमान पर आरोप:
गुरु रहमान पर आरोप है कि उन्होंने 70वीं BPSC परीक्षा की नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर छात्रों के बीच भ्रम फैलाया। आयोग का कहना है कि यह प्रक्रिया निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है, लेकिन रहमान ने इसे लेकर छात्रों को गुमराह किया।

रहमान पर खान सर के साथ मिलकर छात्रों को प्रदर्शन के लिए भड़काने का भी आरोप लगाया गया है। BPSC ने उन्हें 7 दिनों के भीतर अपना पक्ष स्पष्ट करने का समय दिया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है।


आयोग का रुख:

BPSC का कहना है कि इन शिक्षकों की टिप्पणियों और गतिविधियों ने आयोग की छवि को खराब किया और छात्रों के भविष्य को प्रभावित करने का प्रयास किया। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को गलत तरीके से पेश करना और प्रदर्शन को बढ़ावा देना अनुचित है।

निष्कर्ष:

यह मामला शिक्षकों और आयोग के बीच पारदर्शिता, जिम्मेदारी और छात्रों के भविष्य को लेकर एक बड़ी बहस का रूप ले सकता है। आगे की कार्रवाई इस पर निर्भर करेगी कि शिक्षकों का जवाब और आयोग की प्रतिक्रिया कैसी होती है।

ब्यूरो रिपोर्ट