
पटना।
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस), पटना के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में गुरुवार को “वर्ल्ड डायटेटिक्स डे” के अवसर पर एक सगोष्ठी और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. रितु रंजन ने पौष्टिक आहार के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि संतुलित भोजन न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ और सक्षम व्यक्तित्व के निर्माण में सही खानपान की भूमिका महत्वपूर्ण है। वर्तमान समय में लोग अपने खानपान पर ध्यान देने के बजाय मोबाइल की दुनिया में व्यस्त रहते हैं, जिससे उनका समग्र विकास बाधित हो रहा है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि “वर्ल्ड डायटेटिक्स डे” मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को सही खानपान और जीवनशैली के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर नर्सिंग छात्राओं को पौष्टिक आहार के महत्व की जानकारी दी गई, जिससे वे न केवल खुद को स्वस्थ और सक्षम बना सकेंगी, बल्कि भविष्य में मरीजों और उनके परिजनों को भी पोषण के महत्व को समझाने में मदद करेंगी।
कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य श्रीमती अनुजा डैनियल ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाने चाहिए, ताकि न केवल छात्राएं बल्कि आमजन भी अपने दैनिक जीवन में सही आहार और जीवनशैली अपनाकर स्वस्थ जीवन जी सकें।
कार्यक्रम का आयोजन डायटीशियन श्रीमती मनीषा और श्रीमती पल्लवी ने किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि “वर्ल्ड डायटेटिक्स डे” हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन आहार विशेषज्ञों की भूमिका और स्वास्थ्य के प्रति उनके योगदान को मान्यता देने के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि सही पोषण से मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. रितु रंजन, डॉ. मनीष मंडल, श्रीमती अनुजा डैनियल, डायटीशियन मनीषा और पल्लवी समेत संस्थान के अन्य सदस्य एवं सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट