बेटी सरिता देवी बच्ची अमृता की हालत भी नाजुक

फुलवारी शरीफ।

फुलवारी शरीफ प्रखंड के सकरैचा पंचायत  एवं परसा बाजार थाना के अंतर्गत पुनपुन रेलवे गोमती के पश्चिम लगे ट्रांसफार्मर के फटने से जल्दी गंभीर रूप से घायल महिला यशोदा देवी की  इलाज के दौरान मौत हो गई वह उनकी बेटी सरिता और इसी परिवार की बच्ची अमृता कुमारी की हालत भी चिंता जनक बनी हुई है. परिवार के लोगों ने बताया कि घटना के बाद सरकार की स्तर से कोई विशेष मदद नहीं मिली और ना ही किसी जनप्रतिनिधि ने इलाज करवाने में कोई मदद की. घटना के बाद पुनपुन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से प्राथमिक उपचार के बाद तीनों घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया गया. यहां इमरजेंसी में इलाज के बाद देर शाम तक कोई सुधार नहीं हुआ. उसके बाद परिजन प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाने लगे इस बीच रास्ते में ही यशोदा देवी की मौत हो गई. यशोदा देवी के बेटे राजेश कुमार ने बताया कि मां यशोदा देवी बीमार थी जिनका इलाज यही पुनपुन बांध पर हो रहा था.सुबह-सुबह दीदी सरिता देवी भतीजी अमृता और मां यशोदा देवी तीनों पुनपुन रेलवे गुमटी के पश्चिम  तरफ डॉक्टर को दिखलाने गए थे. वापस लौटने  के दौरान ट्रांसफार्मर फटने से उसकी चपेट में आकर तीनों जल गए. राजेश ने बताया कि उनकी दीदी सरिता देवी और भतीजी अमृता का इलाज भी चिंताजनक हालत में निजी अस्पताल में चल रहा है. उन्होंने बताया कि पीएमसीएच से वे लोग तीनों को कंकड़बाग सवेरा हॉस्पिटल के सामने वाली गली में एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने उनकी मां यशोदा देवी को मृत घोषित कर दिया. राजेश ने बताया कि उसकी दीदी सरिता देवी का शरीर भी बुरी तरह जला हुआ है. वही यशोदा देवी की मौत एवं दो अन्य परिवार के लोगों की हालत नाजुक होने की देर शाम तक जानकारी मिलते ही मृतक के परिवार में कोहराम मच गया. परिवार के लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि वह मृत महिला के पोस्टमार्टम दाह  संस्कार की प्रक्रिया में लगे कि घायल दो परिवार के सदस्यों को इलाज के लिए लगें. कंकड़बाग के निजी नर्सिंग होम के बाहर मृतक के परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था. वही बघपुर में भी परिवार के सदस्यों के बीच रोना पीटना मचा हुआ था. आसपास के परिवार की महिलाएं वहां जमा हो विलाप कर रहे थे सभी परिवार वालों को संतवाना देने में लगे हुए थे.सोमवार देर शाम एक महिला की जलने से मौत होने की जानकारी गांव बघपुर पहुंची तो वहां मातम का माहौल हो गया.




परसा बाजार थाना अध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि देर शाम हुए तीनों घायल मरीजों का इलाज देखने पीएम से पहुंचे थे जहां उन्होंने देखा कि तीनों की हालत नाजुक है, परिजन निजी अस्पताल ले जा रहे थे. उन्होंने बताया कि यशोदा देवी का शरीर करीब 90% से अधिक जल चुका था देर शाम उनकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि सरिता देवी और बच्ची अमृता की स्थिति भी नाजुक है उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.


दुकानदारों ने कहा ट्रांसफार्मर फटने से लगी आग भायावह  थी ऐसा कभी नहीं देखा


फुलवारी शरीफ़. पुनपुन सुरक्षा बांध पर जहां सोमवार को सुबह ट्रांसफार्मर फट गया और तीन महिलाएं बुरी तरह जल गए ऐसा दृश्य वहां के दुकानदारों ने कभी नहीं देखा था. कई दुकानदारों ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने के बाद गर्म तेल जैसे लोगों के शरीर पर पड़ा उसमें आग लग गया. राह चलती महिलाएं पल भर में आग की लपटों में घिरकर चिल्लाने लगी ऐसा देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए. ऐसा भयावह दृश्य लोगों ने कभी अपने जीवन में नहीं देखा था.

घटनास्थल के आसपास सड़क के किनारे छोटे-छोटे झोपड़ी में निमकी  की घुघनी और पकौड़ी जलेबी की दुकान सजती है. अचानक महिलाओं को आग में जलते देखा एक पल के लिए दुकानदार सगए लेकिन उसके बाद तुरंत दुकानों में रखे डब्बा में पानी से महिलाओं के शरीर पर उडेल कर उनके जान बचाने में जुट गए. आसपास के लोगों ने जल्दी-जल्दी महिलाओं को बचाने के लिए पानी की बौछार उस पर किया लेकिन कई लोग आगे आए और अपने कपड़ों से उनके शरीर को ढाका. इस दौरान कई एसे लोग भी थे जो  मोबाइल में फोटो और वीडियो बनाने में लगे हुए थे. इतना ही नहीं वहां से गुजर रहा कई चार पहिया वाहन वालों  ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने की जहमत भी नहीं उठाई. स्थानीय कुछ दुकान दार घायलों  को अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद को आगे बढ़े  और मानवता का परिचय दिया.