
जिस घर में तुलसी एवं शालिग्राम की पूजा होगी तो दरिद्रता का नाश होगा:श्री जियर स्वामी
सलेमपुर(भोजपुर)।
सलेमपुर में श्री जीयर स्वामी जी महाराज के सान्निध्य में चल रहे पांच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ भव्य भंडारे एवं दीक्षा कार्यक्रम के साथ संपन्न हो गया। हजारों की संख्या में नर नारी श्रद्धालुओं ने प्रसाद लिया तथा काफी संख्या में नर नारी श्रद्धालुओं ने स्वामी जी का दर्शन किया एवं दीक्षा ली।इस दौरान यज्ञ समिति के सदस्य द्वारा पूर्णाहुति के दिन भव्य भंडारा का आयोजन किया गया था। काफी दूर-दूर से लोग भंडारे में शामिल होकर काफी खुश दिखे।एक तरफ यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए काफी संख्या में नर -नारी, बच्चे ,बूढ़े फेरी लगा रहे थे तथा दूसरे तरफ भव्य भंडारे का कार्यक्रम चल रहा था। पूर्णाहुति के पश्चात श्री स्वामी जी महाराज करजा गांव पहुंचे यहां यज्ञ समिति के तरफ से तुलसी शालीग्राम विवाह का आयोजन किया गया था।इसमें हिस्सा लेने काफी दूर- दूर से लोग आए हुए थे।काशी मथुरा आदि जगहों से आए हुए आचार्य लोगों ने तुलसी विवाह विधि विधान के साथ संपन्न कराया।

श्री जियर स्वामी जी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में कर्म की प्रधानता हमेशा महत्वपूर्ण होता है जैसा कर्म करेंगे वैसा फल पाएंगे और यही जीवन और मोक्ष के बीच का बंधन है। इसलिए मनुष्य को कभी गलत कार्यों में सम्मिलित नहीं होना चाहिए।विषम परिस्थिति में भी भगवान का स्मरण करते रहना चाहिए।भगवान श्रीमन्न नारायण का स्मरण करने से बड़ी से भी बड़ी विपत्ति का अंत हो जाता है।

जिस घर में माता तुलसी का पूजन होता हो तथा भगवान श्रीमन नारायण शालिग्राम का पूजन होता हो उस घर में से दरिद्रता का नाश हो जाता है तथा घर पर माता लक्ष्मी व श्री लक्ष्मी नारायण भगवान की कृपा बनी रहती है।कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष राजू ओझा मुखिया,अमर नाथ सिंह,कोषाध्यक्ष महेश ओझा, राजदेव, अतुल यादव, मनोज यादव, हरेंद्र यादव, गजेंद्र यादव सहित काफी संख्या में ग्रामीण लोग लगे हुए हैं।
रिपोर्ट:अरविंद तिवारी/अखिलेश बाबा
ब्यूरो रिपोर्ट:अनिल कुमार त्रिपाठी