
धमदाहा/पुर्णिया।
आस्था का महापर्व छठ को लेकर शहर से लेकर गावों तक भक्ति के रंग में .पांच दिवसीय इस अनुष्ठान के पहला दिन सोमवार को ‘नहाय-खाय’ मंगलवार को कदुवा भात बुधवार को खरना पर उल्लास दिखा. वृहस्पतिवार को छठव्रतियों के साथ सभी श्रद्धालु अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य के बाद शुक्रवार की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया।
.छठ को लेकर गांव मुहल्लों घाटों तक पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक व कर्णप्रिय गीत छठ की गीत गूंजमान रहा। सड़कें रंग-बिरंगी दूधिया रौशनी और आकर्षक तोरण-द्वारों से सजी हुई हैं। घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम था शहर ,गाव की मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई किया गया था। सभी लोग सड़कों की सफाई सजावट किया गया था।

कुल 55 घाटों एवं तालाबों में छठव्रतियों के भगवान भास्कर को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गईथी धमदाहा अनुमंडल.प्रशासन ने कई घाटों को असुरक्षित घोषित कर दिया है.जिसमें व्रतियों को नहीं जाने की चेतावनी दी गई थी जबकि अत्यधिक गहराई वाले क्षेत्रों की बैरेकेटिंग की गई थी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षा-व्यवस्था की गई है। अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार भुमि उपसमाहर्ता विनय कुमार अनुमंडल निर्वाचन पदाधिकारी आशुतोष कुमार मिश्र, प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार झा थानाध्यक्ष कुमार अभिनव नगर पंचायत कार्यपालक दिव्या मिश्रा सहित सभी अधिकारी सुरक्षा सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए थे, सभी घाटों में पानी के अंदर ब्रैकेटिंग आदि का व्यवस्था किया गया था।
ब्यूरो रिपोर्ट संतोष कुमार