
माले नेताओं कार्यकर्त्ताओं के साथ बदलो बिहार न्याय यात्रा में पैदल मार्च करते पहुंचे फुलवारी शरीफ
फुलवारी शरीफ।
भकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य पार्टी के बदलो बिहार न्याय यात्रा मैं पैदल मार्च करते हुए फुलवारी शरीफ में शहीद भगत सिंह चौक पहुंचे. यहाँ माले एवं राष्ट्रीय जनता दल के सैकड़ो कार्यकर्ताओं नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया. शहीद भगत सिंह चौक पर शहीद ए आजम की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लाल सलामी दी. शहर में पैदल मार्च करते हुए कॉमरेड दीपांकर ईसापुर पेट्रोल लाइन पहुंचे जहां जनसभा को संबोधित किया.

कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि गरीबों को उनका हक सरकार को देना होगा. न्यायपूर्ण कार्रवाई करते हुए सरकार ने जो वादा किया है 2 लाख हर गरीबों परिवारों को देना होगा. साथ में जो जहां वर्षों से बसे हुए गरीब हैं उनको वहां का जमीन का पर्चा देना होगा. गरीब परिवारों का आर्थिक उत्थान हो सामाजिक शैक्षिक स्वास्थ्य हर सुविधा न्याय के साथ उपलब्ध कराएं नीतीश कुमार की सरकार अन्यथा जमीन सर्वे से लेकर उनकी डबल इंजन की सरकार चलने नहीं देंगे.उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले बिहार में यात्रा करके माहौल खराब करना चाहते हैं यह सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का प्रयास हम कभी सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी यात्रा का उद्देश्य नफरत और हिंसा की राजनीति को खत्म कर न्यायपूर्ण नए बिहार के निर्माण के लिए है.केंद्र व राज्य सरकार बिहार कि जनता के साथ किए गए वादे निभाए वरना सरकार को जाना तय है.
उन्होंने 27 अक्टूबर को पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में बदलो बिहार न्याय सम्मेलन में हजारों की संख्या में शिरकत करने की अपील की. इस जन संवाद को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कामरेड धनंजय काराकाट के सांसद कामरेड राजा राम सिंह ने भी संबोधित किया. जनसंवाद की अध्यक्षता फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने की.

इस मौके पर भाकपा माले के पोलित ब्युरो सदस्य सह पटना जिला सचिव कामरेड़ अमर, अरवल विधायक महानंद सिंह, घोषी विधायक रामबली यादव, दरौली के विधायक बिहार विधानसभा में उपनेता कामरेड सत्यदेव राम, बिहार विधान परिषद सदस्य शशि यादव, फुलवारी प्रखंड सचिव माले गुरु देव दास, साधु शरण प्रसाद, देवीलाल पासवान, शरीफा मांझी, नलिन पासवान, विनेश चौधरी, आनंदी पासवान, विष्णु कुमार, भगवान पासवान, मोहन, कमलेश कुमार, जयप्रकाश पासवान, आनंदी पासवान, शैलेंद्र यादव, राजद नेता कौसर खान, मोहम्मद गोल्डन, आफताब आलम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोग सहित माले कार्यकर्ता समर्थक शामिल थे.