
कुर्था/अरवल।
भाकपा माले के महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में भाकपा माले का बदलो बिहार न्याय यात्रा प्रखंड के स्थानीय बाजार मानिकपुर में करीब एक बजे पहुंचा। जहां अरवल विधायक महानंद सिंह,प्रखंड सचिव अवधेश यादव के नेतृत्व में माले के सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। मानिकपुर में जन संवाद के आयोजन के बाद यह यात्रा कुर्था पहुंची। जहां बस स्टैंड में जन संवाद करते हुए सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि लगभग दो दशक से बिहार पर भाजपा-जदयू की सरकार शासन कर रही है। लेकिन नवादा के कृष्णानगर में गरीबों को बेदखल करने की कोशिश की गई । 18 सितंबर को हुए भयानक आगजनी और हमले में कृष्णानगर से लोगों को किसी तरह जान बचाकर भागना पड़ा। इससे पहले भी उनपर हमला किया गया था। कथित भूमि विवाद का हवाला दे कर कृष्णानगर सहित पूरे बिहार में गरीब दलित लोगों को अन्य बुनियादी सुविधा और अधिकारों से भी वंचित रखा जा रहा है और जमीन से बेदखल किया जा रहा है। सुरक्षा और सम्मान के लिए यहां के दलितों को सबसे पहले भूमि अधिकार चाहिए। वहीं उन्होंने कहा सरकार ने अपनी ही सर्वेक्षण में पाए गए 6 हजार से कम मासिक आमदनी वाले 94 लाख से अधिक अत्यंत गरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना के तहत किस्तों में दो लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की थी,स्कीम वर्करों को उसके अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं उन्हें डरा धमकाकर कार्य लिया जा रहा है जो उनकी मांगे है वह अब तक पूरा नहीं किया गया वहीं जमीन सर्वे के कारण गरीब, दलित और महादलित बेदखल हो रहे हैं स्मार्ट मीटर से लोग बेहाल हैं एक तरफ खून चुसवा मशीन से लोग परेशान है तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार की महंगी गैस से परेशान है। जीविका दीदी,आशा वर्कर,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,किसान से लेकर सभी परेशान हैं उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की यात्रा को उन्माद फैलाने वाला बताते हुए कहा विभिन्न मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है और हिन्दू मुसलमान कर कर के लोगों को लड़ाने की कोशिश की जा रही है विकास और न्याय की बाते नहीं हो रही है। माले महासचिव ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार को बदलना है। हमें नया बिहार चाहिए। बाबा साहब ने जो संविधान दिया था, उस संविधान में हिंदुस्तान के सभी नागरिकों से यह वादा किया गया था कि इसमें कोई धार्मिक भेदभाव नहीं होगा, जाति के नाम पर भेदभाव नहीं होगा। आपकी भाषा कुछ भी हो, आपकी बोली कुछ भी हो, आपका धर्म कुछ भी हो, आप कुछ भी खाते हो, कोई फर्क नहीं पड़ता है हिंदुस्तान का संविधान गारंटी करेगा कि भारत के तमाम नागरिकों को बराबरी का हक मिले, सबके लिए बराबरी, सबके लिए सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय का लक्ष्य संविधान के पहले पन्ने पर है। आज वह संविधान खतरे में है। लगातार उसपर हमला हो रहा है। वहीं विधान परिषद शशि यादव ने कहा कि गरीबों पर बुलडोजर चल रहा है। दलितों पर हमले हो रहे हैं। महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है और सरकार सोई हुई है कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं अरवल विधायक महानंद सिंह ने कहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी के कुछ जहरीले नेता हिंदू–मुस्लिम कर रहे हैं। हिंदू मुस्लिम करके पूरे बिहार में माहौल खराब करना चाहते हैं। बिहार में अगर हमें विकास चाहिए, हमें न्याय चाहिए, हमें रोजगार चाहिए तो हमें इस बात की गारंटी करनी होगी कि गरीबों को बांटने की किसी भी साजिश को चकनाचूर कर देना है। उन्होंने कहा कि यह पदयात्रा 26 अक्टूबर को पटना पहुंचेंगे। 27 को मिलर हाई स्कूल में न्याय सम्मेलन होगा। नए बिहार के निर्माण की चल रही लड़ाई को मज़बूत बनाने के लिए न्याय सम्मेलन में शामिल होने की अपील करने आए हैं। वहीं जेएनयू अध्यक्ष धनंजय कुमार ने कहा कि बिहार गरीबों का प्रदेश है आंदोलनों का प्रदेश है। बिना लड़े कुछ भी नहीं मिलता। जो लोग कह रहे कि बिना लड़े सबकुछ मिल जाएगा, वह सरासर झूठ बोल रहे है। इस मौके पर एमएलसी शशि यादव,पोलित ब्यूरो सदस्य सह मगध प्रभारी कॉ अमर यादव,विधायक गोपाल रविदास,महानंद सिंह अरवल नगर परिषद उपाध्यक्ष जमीला खातून,अवधेश यादव,महेश यादव,सोएब आलम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
ब्यूरो रिपोर्ट सुधीर कुमार