खाने-पीने के दौरान विवाद में कब्रिस्तान में ईंट-पत्थर से कुचलकर की गई थी हत्या

फुलवारी शरीफ।
मखदूम साहब की मजार के समीप युवक महताब आलम की नृशंस हत्या के मामले का पुलिस ने महज छह दिनों में सफल उद्भेदन कर लिया है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस ने कुल छह आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिनमें तीन वयस्कों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन नाबालिग किशोरों को निरुद्ध कर बाल सुधार गृह भेजा गया है।

इस संबंध में पटना स्थित नगर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी ममता कल्याणी ने बताया कि दिनांक 11 दिसंबर 2025 को फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के टमटम पड़ाव स्थित कब्रिस्तान के पास एक युवक का शव बरामद किया गया था। मृतक की पहचान जहानाबाद जिले के निवासी मोहम्मद महताब आलम के रूप में हुई थी।

मृतक के परिजनों के लिखित आवेदन के आधार पर फुलवारी शरीफ थाना कांड संख्या 2007/25, दिनांक 11.12.2025, भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी के निर्देश पर फुलवारी शरीफ थाना अध्यक्ष मोहम्मद गुलाम शाहबाज आलम के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर जांच शुरू की गई।

खाने-पीने के दौरान हुआ विवाद
पुलिस जांच में सामने आया कि देर रात कब्रिस्तान में महताब अपने पुराने साथियों के साथ खाने-पीने में शामिल था। इसी दौरान आपसी विवाद हो गया, जिसके बाद आरोपियों ने ईंट और पत्थर से सिर कुचलकर उसकी निर्मम हत्या कर दी।

अनुसंधान के क्रम में तकनीकी साक्ष्यों और लगातार छापेमारी के आधार पर सबसे पहले आयुष कुमार उर्फ कल्लू को गिरफ्तार किया गया। उसकी स्वीकारोक्ति के बाद दो अन्य वयस्क आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया, जबकि तीन नाबालिग किशोरों की भूमिका सामने आने पर उन्हें निरुद्ध कर बाल सुधार गृह भेजा गया।

गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार वयस्क अपराधियों में आयुष कुमार उर्फ कल्लू (22 वर्ष), पिता संजीव चौधरी, निवासी जोगिया टोला;
आलोक कुमार उर्फ गोलू (18 वर्ष), पिता छोटू महतो उर्फ राजा महतो, निवासी आदर्शनगर रोड संख्या–2;
अक्षय कुमार उर्फ बॉस, पिता सुरेंद्र महतो, निवासी नोनियाटोला वार्ड संख्या–4, टमटम पड़ाव के पास, सभी थाना फुलवारी शरीफ के निवासी शामिल हैं।

निरुद्ध नाबालिग
निरुद्ध नाबालिगों में सूरज कुमार (15 वर्ष), पिता नगीना पासवान, निवासी राष्ट्रीयगंज रामजानकी मंदिर के पीछे;
अंकुश कुमार (15 वर्ष), पिता दिनेश पासवान, निवासी सतगलिया संगत;
मोहम्मद शैफ उर्फ टाइगर (14 वर्ष), पिता मोहम्मद शाहिद, निवासी संगी मस्जिद लाल मियां की दरगाह के पास, थाना फुलवारी शरीफ शामिल हैं।

इलाज और मन्नत के लिए आया था महताब
पुलिस के अनुसार महताब आलम अपनी मां के साथ इलाज और मन्नत के उद्देश्य से टमटम पड़ाव स्थित मखदूम साहब की मजार पर आया था। मजार पर पहुंचने के बाद उसकी मुलाकात पुराने साथियों से हुई। उसने अपनी मां को घर भेज दिया और खुद रात में रुकने की बात कही थी। अगले दिन सुबह मजार के पास पानी भरे एक गड्ढे से उसका शव बरामद हुआ था, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई थी।

पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों की भूमिका हत्या में स्पष्ट रूप से सामने आ चुकी है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

अजीत कुमार की रिपोर्ट