
सालाना उर्स पर खानकाह-ए-मुजीबिया में लगेगा मेला, इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश के मुबारक मौके पर देश दुनिया भर से उमड़ते हैँ अक़ीदत मंद
फुलवारी शरीफ।
रबी-अल-अव्वल महीने का चाँद दिख गया है. रविवार 24 अगस्त 2025 को सफ़र 29, 1447 हिजरी के अनुसार प्रसिद्ध फुलवारी शरीफ़, खानकाह ए मुजीबिया,पटना स्थित इमारत-ए-शरिया के केंद्रीय कार्यालय और उसकी सभी शाखाओं में चाँद देखने की व्यवस्था की गई थी. इसी तरह ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल, बिहार ने भी फुलवारी शरीफ़ कार्यालय और उप-शाखाओं में रुएत-ए-हिलाल कमेटी की बैठक बुलाई थी.
खानकाह ए मुजीबिया के प्रबंधक सय्यद शाह हजरत मौलाना मोहम्मद मिनहाजुद्दीन कादरी मुजीबी ने बताया की सूबा बिहार, राजधानी पटना सहित फुलवारी शरीफ़ और आसपास के क्षेत्रों में आसमान में बादल छाए रहने के कारण चाँद प्रत्यक्ष नहीं देखा जा सका. लेकिन बैंगलोर, कड़िया, आंध्रा प्रदेश,भटकल और देश के अन्य स्थानों से चाँद देखे जाने की खबरें प्राप्त हुईं और गवाहियों की पुष्टि कर ली गई.इस हिसाब से 12 रबी-अल-अव्वल, यानि 5 सितंबर 2025, शुक्रवार को ईद-ए-मिलादुन्नबी मनाई जाएगी. इस अवसर पर फुलवारी शरीफ़ स्थित प्रसिद्ध खानकाह-ए-मुजीबिया में हज़रत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश पर सालाना उर्स का आयोजन होगा. सालाना उर्फ में दुनिया भर से इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन ( यौमे पैदाइश) के मुबारक मौके पर आयोजित उर्स मे मुबारक की जियारत करेंगे.
इसी तरह हज़रत मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद अनज़ार आलम क़ासमी, क़ाज़ी-ए-शरीयत, इमारत-ए-शरिया, बिहार-ओडिशा-झारखंड और मौलाना डॉ. मुहम्मद आलम क़ासमी, संयोजक रुएत-ए-हिलाल कमेटी एवं अध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल बिहार सहित तमाम एदारो ने घोषणा की कि सोमवार, 25 अगस्त 2025 को रबी-अल-अव्वल 1447 हिजरी का पहला दिन होगा.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव