40 दिव्यांग किसान जैविक खेती, मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन के लिए हुए प्रशिक्षित
बिक्रम।

कृषि विज्ञान केंद्र बाढ़ के सौजन्य से बिक्रम पार्वती उच्च विद्यालय प्रांगण में  एसबीआई फाउंडेशन एवं एक्शनएड एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में विकलांग कृषकों की आजीविका सशक्तिकरण हेतु कृषि उत्पादकता के विभिन्न आयामों पर एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रशिक्षण में पटना ज़िले के दो प्रखंडों से आए 40 दिव्यांग किसान शामिल हुए। उन्हें जैविक खेती, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, फसलों में कीट एवं रोग प्रबंधन, तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान हितैषी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। स्वावलंबन परियोजना की जिला समन्वयक कुमारी वैष्णवी ने  दिव्यांग किसानों को प्रेरित किया कि कैसे वे खेती को मुख्य आजीविका बनाकर, साथ ही छोटे-छोटे स्वरोजगार के जरिये अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि सब्ज़ी उत्पादन, मशरूम की खेती, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन, और वर्मी कम्पोस्ट जैसी गतिविधियाँ घर या खेत के पास आसानी से की जा सकती हैं और इनसे नियमित आय प्राप्त हो सकती है।

कुमारी वैष्णवी ने यह भी बताया कि स्थानीय बाज़ार, हाट और सरकारी योजनाओं का सही उपयोग करके उत्पादों की बिक्री से किसानों को स्थायी आय के साथ-साथ आत्मनिर्भरता भी मिल सकती है।
कार्यक्रम का  संचालन जिला कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजीव कुमार ने किया। ममता कुमारी ने दिव्यांग किसानों को समझाया कि प्रशिक्षण में सीखी गई तकनीकों को अपने खेत और घर पर लागू कर, वे किस तरह स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।उक्त कार्यक्रम में बिक्रम बीडीओ पंकज कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी सूर्य शेखर शर्मा, पार्वती हाई स्कूल के प्राचार्य  मनोज कुमार,  प्रखंड कृषि विकास समन्वयक प्रफुल्ल कुमार उपस्थित थे।

रिपोर्ट अमित कुमार