पटना।

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यालय — बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय एवं संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान — में मंगलवार को एंटी-रैगिंग डे एवं सप्ताह का शुभारंभ उत्साहपूर्वक किया गया। इस अवसर पर बिहार वेटरनरी कॉलेज में हिंदी एवं अंग्रेजी वाक्पटुता प्रतियोगिता के साथ ई-पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। “सीनियर और जूनियर के बीच मित्रतापूर्ण संबंध रैगिंग के बिना भी संभव है” विषय पर केंद्रित इन कार्यक्रमों में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और रैगिंग से दूर रहने का संकल्प लिया।

मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि प्रोफेशनल शिक्षा संस्थानों में आने के बाद छात्रों को नए वातावरण में ढलना जरूरी है। पूर्व में रैगिंग के कई मामले सामने आते थे, जो शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का कारण बनते थे, लेकिन अब इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सीनियर्स से आग्रह किया कि वे अपने जूनियर्स के लिए प्रेरणादायक, सुरक्षित और सकारात्मक माहौल तैयार करें, ताकि उनकी प्रतिभा का पूर्ण विकास हो सके।

बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जे.के. प्रसाद ने कहा कि कुंठित माहौल में कोई भी प्रतिभा विकसित नहीं हो सकती, इसलिए छात्रों को मिल-जुलकर सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण बनाना चाहिए। वहीं, छात्र कल्याण पदाधिकारी डॉ. ए.के. शर्मा ने ‘शेयरिंग इज़ केयरिंग’ के मंत्र को अपनाने की अपील करते हुए सीनियर्स से जूनियर्स के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने का आग्रह किया।

प्रतियोगिताओं में वाद-विवाद में स्वाति कुमारी ने प्रथम, आयुष आर्यन ने द्वितीय और अनुष्का प्रिय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ई-पोस्टर मेकिंग में रहनुमा अंजुम प्रथम, निखिल कुमार झा द्वितीय और अमृत कुमार तृतीय स्थान पर रहे। विजेताओं को कुलपति ने पुरस्कृत किया।

कार्यक्रम की सफलता में डॉ. रत्नेश कुमार चौधरी, डॉ. शाहदेव डे, डॉ. सिउली शाहा रॉय, डॉ. भूमिका, डॉ. सोनी, डॉ. रोहित सहित कई संकाय सदस्यों का सक्रिय योगदान रहा।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव