
पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बिहार स्टेट मोमिन कॉन्फ्रेंस (क्यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तनवीर अंसारी ने मंगलवार को विपक्ष के नेता और राजद सुप्रीमो तेजस्वी प्रसाद यादव से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान पिछड़े मुसलमानों के हक़, प्रतिनिधित्व और सियासी सशक्तिकरण पर विस्तार से चर्चा हुई। मुलाकात को महज़ औपचारिक नहीं, बल्कि एक बड़े राजनीतिक गठजोड़ का संकेत माना जा रहा है। बैठक में शैक्षणिक अवसर बढ़ाने, रोज़गार सृजन और विधानसभा चुनाव में पिछड़े मुस्लिम समाज की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने पर रणनीति बनाई गई।
तेजस्वी यादव ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा, “यह सच है कि पिछड़े मुसलमानों के साथ लगातार हकमारी हुई है। राजद इन्हें पूरा सम्मान और प्रतिनिधित्व देगी।” उन्होंने एक सप्ताह के भीतर सभी संगठनों के नेताओं को बुलाकर चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने का आश्वासन दिया। वहीं तनवीर अंसारी ने कहा, “जब तक पिछड़े मुस्लिम समाज के लिए ठोस और व्यावहारिक कदम नहीं उठाए जाते, तब तक सामाजिक न्याय अधूरा रहेगा।” उन्होंने घोषणा की कि बिहार के लगभग 20 प्रभावशाली बैकवर्ड संगठनों के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष व कई सामाजिक कार्यकर्ता एक साथ राजद में शामिल होने को तैयार हैं। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष तनवीर अंसारी, उपाध्यक्ष फैज़ अकरम, सचिव मोहम्मद सदाब आलम और सदस्य शरिक राजा मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव