
पटना।
बिहार में लगातार हो रही बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटेल भवन पहुंचकर गृह विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। सीएम ने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को एसओपी के तहत मुस्तैद रहने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान विकास आयुक्त सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि बीते 24 घंटों में राज्य के 222 प्रखंडों में 25 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। गंगा, कोसी और बूढ़ी गंडक समेत प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है, लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई गई है। किसानों के लिए राहत की बात यह है कि अब तक धान की रोपनी 79.43% तक पहुंच चुकी है, जो पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर है।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है, जो 24 घंटे सक्रिय रहकर सूचनाएं संकलित कर रहा है। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि पर्याप्त बारिश से एक ओर जहां किसानों को फायदा हो रहा है, वहीं भू-जलस्तर में भी सुधार दर्ज किया गया है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, ऐसे में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉ. चंद्रशेखर सिंह, गृह विभाग के सचिव प्रणव कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह और पटना जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने और आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया।
ब्यूरो रिपोर्ट