
पटना।
जानीपुर थाना क्षेत्र में दिसंबर 2024 में एक व्यक्ति से मारपीट कर मोबाइल और ₹20,000 की लूट करने वाले आरोपियों में से एक को पटना पुलिस ने सात महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है. हैरानी की बात यह रही कि आरोपी लूटा गया मोबाइल ऑन कर जैसे ही इस्तेमाल करने लगा, उसी पल पुलिस की पकड़ में आ गया. पकड़े जाने के बाद जब बदमाश की पहचान हुई तो लोगों में चर्चा हो गया कि आसपास के इलाके के लोग ही देर रात लूटपाट को अंजाम देते हैं.
सिटी एसपी (पश्चिम) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि घटना 07 दिसंबर 2024 को हुई थी, जब तीन अज्ञात बदमाशों ने नेउरी बाधू टोला निवासी अनिल कुमार के साथ मारपीट कर उनके पास से मोबाइल, बीस हजार रुपये नकद और अन्य सामान लूट लिया था. घटना की प्राथमिकी जानीपुर थाना में दर्ज की गई थी.पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी. इतने महीनों तक लूटे गए मोबाइल को बंद रखा गया. आरोपियों को लगा कि अब पुलिस ने केस भुला दिया होगा. लेकिन जैसे ही मोबाइल में नया सिम डालकर उसे ऑन किया गया, तकनीकी सर्विलांस के ज़रिए पुलिस को लोकेशन का पता चल गया.
03 जुलाई 2025 को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जानीपुर थाना क्षेत्र के बगल स्थित बाला ठाकुर गांव निवासी नंदलाल प्रसाद के पुत्र शशि शेखर को लूटा गया मोबाइल सहित गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में शशि शेखर ने लूट में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि वारदात में उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल थे.हालांकि, लूट की नकदी अब तक बरामद नहीं हो सकी है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और आगे की विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव