
खुसरूपुर (पटना)।
छोटा हसनपुर के पास बुधवार को मिली अज्ञात महिला की लाश के रहस्य से पुलिस ने महज 24 घंटे में पर्दा हटा दिया है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।
एसपी ग्रामीण विक्रम सिहाग ने बताया कि मृतका की पहचान गया जिले के ग्वालबिगहा निवासी करण मांझी की पत्नी सुंदरी देवी (30) के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महिला का टेकाबीघा (बख्तियारपुर) निवासी मनीष यादव से दो वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
परिजनों के मुताबिक दोनों की जान-पहचान इंस्टाग्राम पर हुई थी और धीरे-धीरे संबंध पति-पत्नी जैसे बन गए थे। लेकिन समय के साथ रिश्ते में तनाव बढ़ने लगा। सुंदरी ने मनीष के खिलाफ गया में केस दर्ज करवाया था, जिसमें उसे जेल भी जाना पड़ा।
जेल से छूटने के बाद मनीष, सुंदरी पर केस वापस लेने का दबाव बना रहा था। जब महिला ने इनकार कर दिया, तो मनीष ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची। प्लान के तहत उसने सुंदरी को फतुहा थाना क्षेत्र के न्याजीपुर बुलाया, जहां अपने बहनोई और एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर पहले उसे पीटा और फिर धारदार हथियार से हत्या कर दी।
शव को पहले गांव के किनारे एक गड्ढे में गाड़ दिया गया। लेकिन जानवरों के शव को बाहर निकालने और दुर्गंध फैलने के कारण डरकर आरोपियों ने एक टेंपो चालक को 3,000 रुपए देकर शव को बोरे में बंद कर फोरलेन के नीचे फेंक दिया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए फतुहा एसडीपीओ पंकज कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच टीम बनाई गई, जिसने मात्र एक दिन के भीतर हत्या का खुलासा कर दिया।
खुसरूपुर थाना प्रभारी मंजीत कुमार ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने न्याजीपुर निवासी पंकज कुमार, सुनील कुमार और टेंपो चालक अंशु कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य साजिशकर्ता मनीष यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
इस जघन्य वारदात ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि सोशल मीडिया पर बनने वाले रिश्ते कई बार जानलेवा भी साबित हो सकते हैं।
खुसरूपुर रिपोर्ट अविनाश कुमार पांडेय