पटना।
नगर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में पटना पश्चिमी अनुमंडल में अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। बीते 24 घंटे में थाना क्षेत्रों में हुई सघन छापेमारी में कुल 31 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारियों में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, अपहरण, चोरी, गृहभेदन और नक्सल गतिविधियों से जुड़े आरोपी शामिल हैं। पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सबसे अधिक हत्या के प्रयास में 4 आरोपी, जबकि हत्या, अपहरण, चोरी और नक्सली गतिविधि के एक-एक आरोपी पकड़े गए हैं।

कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 105 लीटर देसी शराब भी बरामद की है, जबकि दो वाहन जब्त किए गए। इस दौरान विदेशी शराब की बरामदगी शून्य रही। साथ ही 10 मामलों में बेल आउट सत्यापन, 26 आरोपितों द्वारा आत्मसमर्पण, और 41 मामलों में वारंट/इश्तेहार/कुर्की निष्पादन भी किया गया। इसमें 5 BW (बॉन्ड वारंट) और 26 NBW (नॉन बेलेबल वारंट) शामिल हैं।

इस विशेष अभियान के दौरान बिहटा, नौबतपुर, फुलवारीशरीफ, रूपसपुर, सिगौड़ी, बिक्रम, दुल्हिनबाजार और खिरीमोड़ थानों की पुलिस ने प्रभावशाली गिरफ्तारी की। रूपसपुर में अपहरण के मामले में रामलाल को दबोचा गया। वहीं बिहटा में लूट और हत्या के प्रयास में तीन आरोपियों अजीत कुमार,पवन कुमार, सचिन कुमार की गिरफ्तारी हुई। फुलवारीशरीफ से चोरी मामले में दिनेश चौधरी, नौबतपुर से हत्या मामले में बिट्टू को पकड़ा गया। दुल्हिनबाजार से आर्म्स एक्ट करीमन सिंह, जबकि खिरीमोड़ से नक्सल कनेक्शन में एक वांछित आरोपी इन्द्रजीत चौधरी उर्फ भोला मल्लाह को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार और आत्मसमर्पण करने वालों में कई पुराने और फरार अपराधी शामिल हैं, जिनमें खगौल, जानीपुर और सिगौड़ी के कुख्यात नाम शामिल हैं। खगौल से डकैती के मामले में मुन्ना साह, जानीपुर से प्रताड़ित करने में राम प्यारे राम वहीं हत्या का प्रयास मामले में छोटी कुमार उर्फ हिमांशु और टिंकू कुमार उर्फ शुभम कुमार, जबकि सिगौड़ी से पुलिस पर हमला करने वाला मिथलेश बिंद ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। सीटी एसपी भानु प्रताप सिंह की नेतृत्व क्षमता, सतर्क निगरानी और थाना प्रभारियों के साथ समन्वय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों के लिए अब पटना पश्चिमी क्षेत्र में कोई जगह नहीं बची है।

ब्यूरो रिपोर्ट