पटना।

मुहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने को लेकर पटना जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। सोमवार को समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. और एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने संयुक्त रूप से उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि विधि-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगा और पर्व के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही पर जवाबदेही तय की जाएगी।

बैठक में सभी अनुमंडल अधिकारियों, थानाध्यक्षों और संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए कि वे अपने क्षेत्र में शांति समिति की बैठक कर स्थानीय मुहर्रम समितियों से लगातार संवाद बनाए रखें। जुलूस के हर मार्ग की अग्रिम जांच अनिवार्य होगी और किसी भी आयोजन के लिए पूर्व अनुमति जरूरी है। बिना लाइसेंस कोई ताजिया या जुलूस नहीं निकलेगा। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों की विशेष निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी की तैनाती के आदेश दिए हैं।

डीएम और एसएसपी ने सभी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और अफवाहों पर तुरंत प्रतिक्रिया देने को कहा है। सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। पर्व के दौरान हर जुलूस के साथ मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। कंट्रोल रूम में स्ट्राइकिंग फोर्स और क्विक रिस्पॉन्स टीम की व्यवस्था भी की जा रही है।

ध्वनि प्रदूषण को लेकर भी प्रशासन सख्त दिखा। डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध लागू रहेगा और मानक से अधिक डेसिबल पर बजने वाले साउंड सिस्टम पर कार्रवाई की जाएगी। ध्वनि की जांच के लिए साउंड मीटर ऐप का उपयोग किया जाएगा। वहीं, शराबबंदी कानून के सख्त अनुपालन के लिए विशेष निगरानी और छापेमारी का निर्देश भी दिया गया है।

स्वास्थ्य, नगर निकाय, अग्निशमन, बिजली, पेयजल और यातायात विभागों को पर्व के दौरान सतर्क रहने को कहा गया है। सभी अस्पतालों में चिकित्सकों और पारा मेडिकल स्टाफ की 24 घंटे ड्यूटी तय की जाएगी। नगर निगम को साफ-सफाई और जल निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। विद्युत आपूर्ति को लेकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष टीमों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

बैठक में सभी अनुमंडल अधिकारी, नगर पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन, विद्युत और नगर निकाय के वरीय अधिकारी समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। डीएम ने कहा कि मुहर्रम सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक है, इसे शांतिपूर्वक और गरिमा के साथ संपन्न कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

ब्यूरो रिपोर्ट