
फुलवारी शरीफ।
राष्ट्रीय सहारा और कई अन्य प्रमुख अखबारों में अपनी कलम से पहचान बना चुके वरिष्ठ पत्रकार रामनारायण पाठक का शनिवार देर रात हार्ट अटैक से आकस्मिक निधन हो गया. वे फुलवारी शरीफ के ग्वालटोली मोहल्ले में किराए के मकान में रह रहे थे, जहां देर रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी. परिजन उन्हें तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां से उन्हें एम्स पटना रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने अंतिम सांस ली.
रामनारायण पाठक मूल रूप से बक्सर जिले के ब्रहमपुर के रहने वाले थे. वे लंबे समय से फुलवारी शरीफ और खगौल क्षेत्र में रहकर सक्रिय पत्रकारिता कर रहे थे. वर्तमान में वह ‘पंछी’ मैगजीन से जुड़े हुए थे और आर्थिक रूप से बेहद कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे थे.
स्वर्गीय पाठक अपने पीछे दो बेटे और परिवार के अन्य सदस्य छोड़ गए हैं.उनके निधन की खबर मिलते ही सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक और पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई.कई लोगों ने उनके निधन को पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति बताया है.रविवार को उनका अंतिम संस्कार पटना के बांस घाट पर किया गया.
शोक व्यक्त करने वालों में स्थानीय पत्रकारों के साथ ही समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और बुद्धिजीवियों ने गहरी संवेदना जताई है. रामनारायण पाठक को उनके सादगीपूर्ण जीवन, ईमानदार पत्रकारिता और जन मुद्दों पर निर्भीक लेखन के लिए हमेशा याद किया जाएगा.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव