
भाकपा (माले) की टीम पहुंची मिलने पीड़िता के परिजनों से
पटना।
मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड अंतर्गत जगन्नाथपुर गांव में 10 वर्षीय बच्ची विशाखा कुमारी के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में भाकपा (माले) की तीन सदस्यीय जांच टीम ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। इस टीम में फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास, अगिआंव के पूर्व विधायक मनोज मंज़िल और ऐपवा की राज्य सचिव अनीता सिन्हा शामिल थीं।
विधायक गोपाल रविदास ने बताया कि घटना के बाद आरोपी रोहित साहनी की गिरफ्तारी तो हुई, लेकिन प्रशासन ने पीड़ित परिवार को कोई मुआवज़ा नहीं दिया था। इस पर उन्होंने जिलाधिकारी और एसएसपी, मुजफ्फरपुर से दूरभाष पर बातचीत कर प्रशासनिक हस्तक्षेप किया। दबाव के बाद बीडीओ को गांव भेजा गया और टीम की मौजूदगी में ₹4 लाख से अधिक की मुआवज़ा राशि पीड़िता की मां उर्मिला देवी को सौंपी गई।
इसके अलावा, विधायक रविदास और उनकी टीम की पहल पर प्रशासन ने यह घोषणा की कि पीड़िता की मां उर्मिला देवी को ₹7,700 प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी। भाकपा (माले) ने इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से मांग की है कि आरोपी रोहित साहनी को स्पीडी ट्रायल के तहत कठोरतम सजा दी जाए।

पार्टी ने कहा कि ऐसे मामलों में किसी तरह की ढिलाई समाज में गलत संदेश देती है और प्रशासन को पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए। गौरतलब है कि आरोपी रोहित साहनी ने विशाखा कुमारी को बहला-फुसलाकर अगवा किया और उसके साथ बलात्कार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्ची को गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उसे पीएमसीएच रेफर किया गया और इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव