
पटना।
फुलवारी शरीफ में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे थाना परिसर से चंद कदम की दूरी पर भी वारदात को अंजाम देने से नहीं डर रहे। शुक्रवार की सुबह करीब 4:15 बजे माली गली मोड़ के पास स्कूल जा रही शिक्षिका आतिया खानम से तीन बाइक सवार बदमाशों ने मोबाइल, पर्स और करीब 55 हजार की सोने की चेन छीन ली और मौके से फरार हो गए। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह घटना फुलवारी शरीफ थाना से महज कुछ ही दूरी पर घटी, जहां अपराधियों ने न तो जगह की परवाह की, न ही समय की। शिक्षिका अपने घर ईसापुर बाग मोहल्ला से पैदल ही फुलवारी शरीफ गोलंबर की ओर जा रही थीं, जब बदमाशों ने उन्हें घेरकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। पीड़िता ने बताया कि पर्स में ₹5200 नकद, ओप्पो स्मार्टफोन और स्कूल से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी थे।
घटना के बाद शिक्षिका के परिजनों ने फुलवारी शरीफ थाना में लिखित शिकायत दी, लेकिन हैरानी तब हुई जब थाना अध्यक्ष मशहूद हैदरी से इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने झल्लाते हुए कहा – “ऐसी कोई जानकारी नहीं है और ऐसी बातों से परेशान मत कीजिए, जो छापना है छापिए।” पुलिस की इस उदासीनता और लापरवाही से स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। मॉर्निंग वॉक करने वाले पुरुष और महिलाएं डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि जब थाने के पास इस तरह की लूट हो सकती है, तो पूरे इलाके की सुरक्षा भगवान भरोसे है। परिजनों ने पुलिस से मांग की है कि घटनास्थल से फुलवारी गोलंबर तक लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जाए ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। लेकिन पुलिस की चुप्पी और थाना अध्यक्ष की प्रतिक्रिया ने लोगों के भरोसे को गहरा झटका दिया है। सवाल यह है कि जब रक्षक ही लापरवाह बन जाएं, तो जनता कहां जाए?
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव