
पटना।
डिजिटल हब के चतुर्थ स्थापना दिवस पर ‘बिहार से प्रतिभा पलायन रोकने’ विषय पर आयोजित सेमिनार में सामाजिक उद्यमी और प्रेरक वक्ता दीपक ठाकुर ने कहा कि राज्य के युवा अब नौकरी खोजने नहीं, रोजगार देने की राह पर हैं। ई-कॉमर्स जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से न केवल नए रोजगार सृजित हो रहे हैं, बल्कि इससे बिहार से हो रहा टैलेंट पलायन भी थम रहा है।
इस अवसर पर उद्घाटनकर्ता एवं पटना सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन के तहत गांव-गांव तक इंटरनेट की पहुंच और तकनीकी सशक्तिकरण ने एक नया सामाजिक परिवर्तन शुरू किया है। उन्होंने बताया कि जब वे आईटी मंत्री थे, तब ग्रामीण भारत में डिजिटल उपयोगकर्ताओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ।
प्रमुख अतिथि डॉ. सी. पी. ठाकुर ने बिहार को ‘ज्ञान और ध्यान की भूमि’ बताते हुए कहा कि यहां की प्रतिभा को अगर सही मंच मिले, तो बिहार आत्मनिर्भरता की दिशा में मिसाल बन सकता है। वहीं, विशिष्ट अतिथि विधान पार्षद संजय मयूख ने कहा कि डिजिटल इंडिया ने कंप्यूटर को महंगे ड्रॉइंग रूम की शोभा से निकाल कर आम आदमी के हाथ में दे दिया है।
डिजिटल हब के डायरेक्टर निशांत कुमार के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की सफलता को सराहते हुए सभी वक्ताओं ने इसे भविष्य का यूनिकॉर्न बनने की शुभकामनाएँ दीं।
ब्यूरो रिपोर्ट प्रभात कुमार