
आरा (भोजपुर)।
आरा शहर के उत्तरी छोर पर स्थित गांगी घाट मुक्तिधाम स्थल पर मंगलवार की रात हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला, जब 10 वर्षीय मासूम आयुष उर्फ हनी कांपते हाथों से अपने पिता और बड़ी बहन की चिता को मुखाग्नि दे रहा था।
बीमा सलाहकार अनिल कुमार सिन्हा और उनकी पुत्री आयुषी की हत्या कर दी गई थी। इस दुखद घटना के बाद जब पिता-पुत्री की अर्थी एक साथ उठी, तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।
दिल दहला देने वाली घटना
मंगलवार रात करीब 8 बजे आरा रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर बीमा सलाहकार अनिल कुमार सिन्हा, उनकी पुत्री आयुषी और 10 वर्षीय पुत्र आयुष उर्फ हनी प्लेटफॉर्म संख्या 2/3 की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान एक युवक, जिसकी पहचान अमन यादव (पिता शत्रुघ्न यादव) के रूप में हुई, ने दोनों को गोली मार दी और फिर खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। संयोगवश, मासूम आयुष इस वारदात में बच गया। उसकी आंखों के सामने ही उसके पिता और बहन की मौत हो गई।
अंतिम संस्कार और परिवार की स्थिति
सोमवार देर रात पोस्टमार्टम के बाद पिता-पुत्री के शवों को गोढ़ना रोड स्थित उनके आवास पर लाया गया, जहां हिंदू रीति-रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूरे शहर में इस घटना की चर्चा हो रही है, वहीं मासूम आयुष के सिर से पिता और बहन का साया उठ जाने से हर कोई स्तब्ध है।
मां पूनम श्रीवास्तव को बेटे की चिंता
पति और बेटी की हत्या के बाद पूनम श्रीवास्तव पूरी तरह से टूट चुकी हैं। वह अपने इकलौते बेटे आयुष की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। घटना के बाद पूरा परिवार डरा-सहमा हुआ है। इस दर्दनाक खबर को सुनकर हैदराबाद से लौटी साक्षी (आयुषी की बड़ी बहन) अपने पिता और बहन के शव देखकर बेसुध हो गई।
हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग की आशंका
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह हत्याकांड प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। मृतक आयुषी और हमलावर अमन यादव दोनों नवोदय विद्यालय, बिहिया के छात्र थे। पुलिस ने घटनास्थल से तीनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच कर रही है। पुलिस जांच के बाद ही इस हृदयविदारक घटना के पीछे की सच्चाई सामने आएगी।
ब्यूरो रिपोर्ट अनील त्रिपाठी