
आरा (भोजपुर)।
आरा सांसद सुदामा प्रसाद के आरा स्टेशन का नाम कॉमरेड रामनरेश राम के नाम से करने की बात पर नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सांसद सुदामा प्रसाद का पुतला दहन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सुदामा प्रसाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुतला दहन के कार्यक्रम के दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने हाथों में पार्टी के झंडा के साथ सांसद के पुतला को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।इस दौरान दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।कार्यकर्ता आरा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर कॉ रामनरेश राम करने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं। आरा के इतिहास के साथ छेड़छाड़ का अधिकार किसी को नहीं है। प्रदेश मंत्री छोटू सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा देश के साथ खड़ा रहता है। जिसपर प्रकार से आरा का इतिहास मां आरण्य देवी, वीर कुंवर सिंह,वशिष्ठ नारायण सिंह से है। आरा का बहुत पुराना इतिहास है, उस इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का अधिकार किसी सांसद, कॉमरेड को आरा की जनता नहीं देती है।आरा के इतिहास के साथ छेड़ना मतलब, आरा के लोगों को छेड़ना है । आरा स्टेशन के नाम को बदलने का मतलब, आरा के संस्कृति विरासत के साथ खिलवाड़ करने की बात है। यह विद्यार्थी परिषद कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी। आरा के सभी युवा साथी अगर सुदामा प्रसाद अपनी मांगों को वापस नहीं लेते है तो आने वाले समय में आरा बंद करने का भी काम करेंगे और सुदामा प्रसाद को ईंट से ईंट बजाने का काम करेंगे। चंदन तिवारी ने कहा कि सांसद का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है। आरा के इतिहास के साथ खिलवाड़ कर रहे है। उन्होंने संसद भवन में लिखकर दिया है कि आरा रेलवे स्टेशन का नाम बदला जाय उनको पता होना चाहिए कि आरा का अपना एक इतिहास है। राजा मयूर ध्वज अपने पुत्र को भक्ति की परीक्षा देने के लिए आरा से काटा था तब यहां का नाम आरा पड़ा था ।
ब्यूरो रिपोर्ट: अनिल कुमार त्रिपाठी