आरा(भोजपुर)।
भारतीय अटल सेना द्वारा प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार दुबे के आवास डीएम कोठी के समीप  प्रेस आयोजित कर बुधवार को भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने की मांग के लिए जोरदार ढंग से  चरणबद्ध आंदोलन का शुरुआत भिखारी ठाकुर के गांव से शुरू होने की जानकारी दी । भारतीय अटल सेना के संस्थापक अध्यक्ष हरि जी तिवारी ने कहा कि भोजपुरी भाषा का डंका देश ही नहीं विदेश तक बजता है, लेकिन अपने देश में ही भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा अभी तक प्राप्त नहीं हुआ हुआ है भारतीय अटल सेना के संस्थापक अध्यक्ष हरि जी तिवारी ने कहा कि मातृभूमि और मातृभाषा के प्रति हम आप सभी का कर्तव्य बनता है कि सम्मान मिले।श्री तिवारी ने कहा कि भारतीय अटल सेना सभी भोजपुरी भाषी सांसद को ज्ञापन देने के साथ साथ देश के सम्मानित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक करोड़ पत्र भेजा जाएगा।उन्होंने  कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी भी पूर्वाचल में जब आते है,तो अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी से ही करते है। संवैधानिक दर्जा मिलते ही लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।इसके लिए शिक्षक और प्रोफेसर का बड़े पैमाने पर बहाली होगी।भारतीय अटल सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार दुबे ने कहा कि भोजपुरी देश की सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा है, संवैधानिक दर्जा मिलनी चाहिए। इस बात का दुःख है कि शाहाबाद सहित भोजपुरी भाषी क्षेत्रों के सांसदों,अभिनेताओं ने संवैधानिक दर्जा की आवाज कभी बुलंद नहीं की। यहां तक कि गायक एवं अभिनेता अपनी कमाई के लिए भोजपुरी फिल्में  एवं गाने में भोजपुरी भाषा  को माध्यम बनाया लेकिन आवाज नहीं उठाए।अब इसके लिए भारतीय अटल सेना करो मरो की तरह इस अभियान को महाअभियान बनाने के लिए कमर कस चुकी है।इसके लिए हर जिला में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।श्री दुबे ने कहा कि बिहार के सभी रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों से संबंधित उद्घोषणा भोजपुरी में होना चाहिए।इस दौरान सुशील पांडेय, संपत कुमार सिंह,उपेंद्र पांडेय, श्रीकांत,जय प्रकाश सिंहआदि  थे।

रिपोर्ट: देवाशीष
ब्यूरो रिपोर्ट : अनिल कुमार त्रिपाठी