
मंत्री रेणु देवी ने कहा – “पशुपालक समृद्ध होगा, तब राज्य भी समृद्ध होगा
पटना।
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में सोमवार को बकरी प्रदर्शनी सा गोष्ठी का आयोजन किया गया इसका उद्घाटन बिहार सरकार की मंत्री डॉक्टर रेणु देवी ने किया. इस अवसर पर एक प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने बकरियों को लेकर पहुंचे थे.इस आयोजन में कुल 250 पशुपालकों ने भाग लिया और विभिन्न नस्लों की 180 बकरियों की प्रदर्शनी की गई. इनमें ब्लैक बंगाल, बीटल, बरबरी, सिरोही और देशी नस्लें शामिल थीं. पटना जिले के फुलवारी शरीफ प्रखंड के परसा बाजार की मीनू कुमारी की बीटल नस्ल की बकरी को छोटे वर्ग में ओवरऑल चैंपियन का विजेता घोषित किया गया जबकि मध्यम वर्ग में पुन पुन के बिपिन झा कि बकरी को मिला और पटना निवासी इफ्तार अहमद कि बकरी को बड़े वर्ग में विजेता का ख़िताब मिला.विजताओं को 5100 रुपये का नकद पुरुस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर मुख्य अतिथि और कुलपति द्वारा सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं मंत्री रेणु देवी ने विश्वविद्यालय द्वारा पशुपालकों को एक मंच देने की सराहना की. मंत्री रेणु देवी ने कहा कि पशुपालकों की समृद्धि से ही राज्य की समृद्धि संभव है. उन्होंने कहा कि सरकार पशुपालन क्षेत्र को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है, चाहे वह मत्स्य पालन हो, बकरी पालन हो या मुर्गी पालन. यदि पशुपालक उन्नत तकनीकों और योजनाओं का लाभ उठाकर बेहतर कार्य करें, तो वे स्वयं भी आर्थिक रूप से सशक्त होंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.उन्होंने कहा कि इस आयोजन से पशुपालकों को अपनी बकरियों की प्रदर्शनी करने का अवसर मिला, साथ ही गोष्ठी में भाग लेकर वे उन्नत बकरी पालन के नवीनतम उपाय और तकनीक सीख रहे हैं। उन्होंने पशुपालकों के प्रशिक्षण पर जोर देते हुए कहा कि सरकार इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है और पशुपालकों को इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़ना आवश्यक है ताकि वे अपने व्यवसाय में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि पहली बार विश्वविद्यालय ने विजेताओं को नकद इनाम देने का निर्णय लिया है, जिससे पशुपालकों को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा.उन्होंने कहा कि पशुपालकों को ऐसे पशुओं का चयन करना चाहिए जो एक बार में अधिक संख्या में बच्चे दें, जिससे कम समय में अधिक लाभ प्राप्त किया जा सके.
कार्यक्रम में निदेशक अनुसन्धान डॉ. वीके सक्सेना; कुलसचिव, डॉ. संजीव कुमार; छात्र कल्याण पदाधिकारी, डॉ. एके शर्मा; आयोजन सचिव डॉ. पंकज कुमार, डॉ. पंकज कुमार सिंह, डॉ. धर्मेद्र कुमार, डॉ. दुष्यंत, डॉ. सरोज रजक, डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह आदि शामिल थे.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव