लोगों ने अनुठे अंदाज में किया सेलिब्रेट, कहा  हैप्पी हैप्पी बर्थडे Google Sir


पटना।

किसी भी मामलों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और लोगों के उंगलियों से लेकर जुबान तक सर्च किए जाने वाला Serch Ingin Google 26 साल का हो गया. Mobile और Internet की दुनिया में दिलचस्पी रखने वाला हर शख्स गूगल को 26वां Birthday पर अपने-अपने अनूठे अंदाज में Celebrate करने में लग रहे. किसी ने डीपी में गूगल को सेलिब्रेट किया तो किसी ने अपने फेसबुक या इंस्टाग्राम एन सोशल मीडिया के जरिए हैप्पी बर्थडे गूगल सर कहा. आजकल पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स भी गूगल का सहारा ले रहा है कैसे हो गूगल सबका चाहत बन गया है. कई स्कूलों कोचिंग सेंटर में विशेष रूप से गूगल को बर्थडे की बधाई सेलिब्रेट करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया. संपतचक प्रेमलोक मिशन स्कूल के निदेशक गुरुदेव प्रेम ने कहा कि गूगल आप सबका चाहता जरूर बन गया है लेकिन गूगल पर ही सारी चीजों की जानकारी के लिए निर्भर नहीं रहना चाहिए विद्यार्थियों को याद रखने की कला सीखनी चाहिए और अपने मेरिट पर भरोसा होना चाहिए.


प्राथमिक विधालय फुलवारी प्रखंड कॉलोनी  कि शिक्षिका नीतू शाही ने कहा कि  बच्चे की पढ़ाई से जुड़ी किसी समस्या या सवाल को सुलझाने में गूगल  की मदद ली जा सकती है. उन्होंने बताया कि गूगल का पहला नाम था “बैकरब “. एस डी भी पब्लिक स्कूल के निदेशक बलवंत बताते हैं कि  इसी बैकरब गैराज से शुरू हुआ था गूगल  का सफर. हर इंटनरेट यूजर्स किसी भी चीज की जानकारी के लिए  आज सबसे पहले गूगल  का इस्तेमाल करता है. गूगल इंटरनेट यूजर्स के लिए एक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है. अब ईमेल  से लेकर जेनरेटिव ऐ आई  तक हर क्षेत्र में गूगल  ने अपना नाम बनाया है.इसकी शुरुआत 1998 में में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहे दो छात्रों लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने मिलकर की थी. पटना के सरकारी स्कूल मनेर के राजकीयकृत बालिका उच्च विद्यालय में शिक्षक मनीष शर्मा ने कक्षा नवमी तथा दसवीं के छात्रों को गूगल सर्च इंजन की जानकारियां दी. शिक्षक ने कहा आज कल की डिजिटल युग मे हम गूगल से हर प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने पढ़ाई में और कलात्मक कार्य में भी गूगल से बहुत कुछ सीख कर अपने पढ़ाई को आसान और विस्तार से सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
                 शिक्षक मनीष शर्मा ने बताया कि
गूगल से बच्चों को कई तरह के फ़ायदे मिल सकते हैं.बच्चों के लिए गूगल खाता बनाया जा सकता है. इसके लिए, गूगल  फॅमिली  की मदद ली जा सकती है. मौजूदा गूगल  खाते में निगरानी की सुविधा जोड़ी जा सकती है. फॅमिली लिंक  से बच्चों के गूगल  खाते को मैनेज किया जा सकता है. गूगल  पर बच्चों के प्रोफ़ाइल के साथ, गूगल  टीवी  का इस्तेमाल किया जा सकता है. बच्चों के खाते से जुड़ी गूगल  की सेवाओं को मैनेज किया जा सकता है.बच्चे की पढ़ाई से जुड़ी किसी समस्या या सवाल को सुलझाने में गूगल  की मदद ली जा सकती है. इसके लिए, फ़ोन पर गूगल की मदद से तुरंत समाधान देखा जा सकता है. फ़्री ऑनलाइन मैसेज बोर्ड, लैसन, इंफ़ोग्राफ़िक्स, और ट्यूटोरियल वेबसाइट का विकल्प भी उपलब्ध है.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव