बेतिया (पश्चिमी चंपारण)।
बिहार में आई बाढ़ की वजह से कई जिले प्रभावित हैं, ऐसे में खेत खलिहान घर जानवर सब तबाह हो रहे हैं। बेतिया के पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा नेता संजय पांडेय ने बताया कि बेतिया जिले के बाढ़ प्रभावित अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ जोगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित कई पंचायत के किसानों का फसल बर्बाद हो चुका है , विगत कई वर्षों से कटाव से त्रस्त सिसवा मंगलपुर पंचायत के सिसवा कुट्टी सहित अन्य ग्राम इस वर्ष भी काफी प्रभावित हुआ है। यहां लगभग 26 परिवारों के घर इस साल के बाढ मे भी नदी में विलीन हो गए।


          विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है इस कटाव निरोधक कार्य के लिए कई महीनो पूर्व सरकार के पास  प्रस्ताव भेजा गया है, जो वहां लंबित होने के कारण यहां कटाव निरोधक कार्य समय पर एवं बरसात के पूर्व प्रारंभ नहीं हो पाया, जब कटाव प्रारंभ हुआ तो एक-दो दिनों के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा कुछ काम हुआ। प्रभावित स्थानीय जनता ने बताया कि उसमें भी तकनीकी कमियां थी खानापूर्ति के बाद यह काम भी बंद हो गया।


    संजय पांडेय ने जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से मांग किया कि जोगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के सिसवा मंगलपुर पंचायत के कटाव क्षेत्र में सरकार समुचित ध्यान देते हुए कटाव निरोधक कार्य के स्वीकृति को अंतिम रूप देने का निर्णय ले , ताकि इस पंचायत को बचाया जा सके साथ ही बाढ़ से जिले के किसानों के बर्बाद फसल का मुआवजा सरकार देने की एक ठोस व्यवस्था सुनिश्चित करें और हर प्रकार के ऋण वसूली एवं राजस्व वसूली को तत्काल स्थगित किया जाए ।
            अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो  किसानों के साथ यह बडा अन्याय होगा और कृषि प्रधान इस जिले  के किसानो का आर्थिक रूप से रीढ टूट जाएगा , जिससे किसान कर्ज से दबकर बदहाल व कंगाल होने को मजबूर होंगे। किसानों के आर्थिक रूप से कमजोर हो जाने का सबसे ज्यादा प्रभाव आगामी  रवि फसल की बुवाई पर भी पड़ना तय है जो एक राष्ट्रीय क्षति होगी।

ब्यूरो रिपोर्ट