
नई दिल्ली।
दिल्ली की सियासत में लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगा दी है। शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता अब दिल्ली की कमान संभालेंगी। वह बुधवार को दोपहर 12:30 बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी।
महिला नेतृत्व पर भाजपा का दांव:
रेखा गुप्ता का चयन कई राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दिल्ली में महिलाओं के बीच भाजपा को मजबूत करने की रणनीति के तहत पार्टी ने महिला मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया। इससे पहले दिल्ली में शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी मार्लेना बतौर महिला मुख्यमंत्री कार्यभार संभाल चुकी हैं।
संघ से जुड़ाव और संगठन में सक्रिय भूमिका:
रेखा गुप्ता का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा संगठन से गहरा नाता रहा है। छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाली रेखा 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष रह चुकी हैं। इसके अलावा, उन्होंने भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भी काम किया है। पार्टी संगठन में उनकी सक्रियता और संघ से जुड़ाव ने उन्हें यह अहम पद दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
शालीमार बाग से मिली बड़ी जीत:
दिल्ली विधानसभा चुनाव में रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार वंदना कुमारी को बड़े अंतर से हराया। इससे पहले वह दो बार इसी सीट से चुनाव हार चुकी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने मजबूती से वापसी की और करीब 29,000 वोटों से जीत हासिल की।
भाजपा ने 90 दिन का रोडमैप तैयार करने को कहा:
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को 90 दिनों की कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। भाजपा नेतृत्व ने संभावित मुख्यमंत्री और मंत्रियों से पूछा था कि वे पहले 15, 30, 60 और 90 दिनों में क्या-क्या कदम उठाएंगे। इस रणनीति के तहत भाजपा दिल्ली में अपनी सरकार को प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाने की योजना बना रही है।
वैश्य समाज और महिला सशक्तिकरण पर जोर:
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा ने रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर वैश्य समाज को साधने की कोशिश की है। यह समुदाय भाजपा का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है। साथ ही, महिला नेतृत्व को आगे बढ़ाकर पार्टी ने आगामी चुनावों के लिए भी एक मजबूत संदेश दिया है।
कई दिग्गजों को पीछे छोड़ बाजी मारी:
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता और शिखा राय जैसे कई बड़े नाम शामिल थे, लेकिन अंततः भाजपा हाईकमान ने रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगाई। बताया जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व ने चुनाव परिणाम आने के दिन ही उनके नाम को फाइनल कर लिया था।
रेखा गुप्ता की शपथ ग्रहण के साथ दिल्ली को पहली बार भाजपा की महिला मुख्यमंत्री मिलेगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह राजधानी की राजनीति और प्रशासन को किस दिशा में लेकर जाती हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट