
पटना।
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षकों की शिक्षण एवं अनुसंधान क्षमताओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से पांच दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को शुरू हुआ.निदेशालय आवासीय शिक्षण-सह-अधिष्ठाता स्नातकोत्तर शिक्षा के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के चारों घटक महाविद्यालयों के 160 से अधिक शिक्षकों ने हाइब्रिड मोड में भाग लिया.
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह ने की. उन्होंने पाठ्यक्रम में नियमित सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए शिक्षक-छात्र और किसान संवाद को बढ़ाने के लिए इंटरैक्टिव शिक्षण मॉडल विकसित करने पर बल दिया. उन्होंने संकाय सदस्यों से संवाद किया, शोध गतिविधियों में बढ़ती रुचि की सराहना की और शिक्षण एवं अनुसंधान पद्धतियों में निरंतर सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत नवीन शिक्षण तकनीकों, अनुसंधान उन्नति और शिक्षक विकास से संबंधित विषयों पर विभिन्न सत्र आयोजित किए जाएंगे.

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श हुआ. निदेशक (आवासीय शिक्षण)-सह-अधिष्ठाता स्नातकोत्तर शिक्षा डॉ. वीर सिंह ने “उत्कृष्ट शिक्षण के विकास” विषय पर व्याख्यान देते हुए प्रभावी शिक्षण पद्धतियों और एक आदर्श शिक्षक के गुणों पर प्रकाश डाला. वहीं, निदेशक अनुसंधान डॉ. वी.के. सक्सेना ने विश्वविद्यालय के अनुसंधान कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए वर्तमान परियोजनाओं, पेटेंट और चौथे कृषि रोडमैप के तहत भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव