
पटना।
बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत और डिजिटल क्रांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (SBPDCL) ने गुरुवार को आरईसी लिमिटेड और बिजली टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी के तहत अब दक्षिण बिहार के उपभोक्ताओं को एआई-संचालित (AI-Powered) स्मार्ट मीटर डाटा विश्लेषण के जरिए अपने बिजली उपयोग को किफायती और प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।
यह पहल केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप है और इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को उनके बिजली खपत के पैटर्न को बेहतर ढंग से समझने, अनावश्यक बिजली खर्च की पहचान करने और बिल में कमी लाने में मदद करना है।
कैसे करेगा एआई तकनीक काम?
बिजली टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड की उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और स्मार्ट मीटर एनालिटिक्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनके व्यक्तिगत ऊर्जा खपत का विश्लेषण मिलेगा।
इससे उपभोक्ता वास्तविक समय में बिजली खपत की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
अधिक बिजली खर्च करने वाले उपकरणों की पहचान कर सकेंगे।
बिजली की लागत कम करने के लिए प्रभावी रणनीति अपना सकेंगे।
परिचालन दक्षता में भी होगा सुधार:
यह तकनीकी साझेदारी केवल उपभोक्ताओं के लिए ही नहीं, बल्कि एसबीपीडीसीएल की परिचालन दक्षता को भी बढ़ाएगी। इससे लोड प्लानिंग और डिमांड-साइड मैनेजमेंट बेहतर होगा।
ग्रिड की विश्वसनीयता (Grid Reliability) में सुधार आएगा। बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सटीक बनेगी।
क्या बोले एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक?
एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने कहा, “बिहार के बिजली वितरण क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। एआई-संचालित एनालिटिक्स तकनीक के माध्यम से हमारा लक्ष्य उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना, पारदर्शिता बढ़ाना और बिलिंग में सटीकता लाना है ताकि लोग किफायती तरीके से बिजली का उपयोग कर सकें।”
समझौते पर हस्ताक्षर:
समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान एसबीपीडीसीएल के महाप्रबंधक (राजस्व) अरविंद कुमार, आरईसी के क्षेत्रीय कार्यपालक सेरिन कुमार बागे, और बिजली टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक समरजीत घोष भी उपस्थित थे।
आरईसी लिमिटेड वितरण कंपनियों को नवाचार और परिचालन दक्षता में सुधार के लिए लगातार सहयोग करता रहा है। यह साझेदारी दक्षिण बिहार में एक स्मार्ट और उपभोक्ता-केंद्रित बिजली वितरण प्रणाली विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जैसे-जैसे ऊर्जा प्रबंधन में एआई तकनीक की भूमिका बढ़ रही है, यह पहल बिहार के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक स्मार्ट, सस्ती और पारदर्शी ऊर्जा भविष्य की ओर एक मजबूत कदम है।
ब्यूरो रिपोर्ट