बिक्रम।
बिक्रम नगर पंचायत के असपुरा नगर स्थित राष्ट्रीय पब्लिक स्कूल में 27वां वार्षिकोत्सव शानदार ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में विद्यालय के छात्रों ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक अजय कुमार और विशिष्ट अतिथि शशांक शेखर मिश्र द्वारा दीप प्रज्वलन से की गई।

सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपनी उत्कृष्ट सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। विशेष रूप से बिहार गीत, जिसमें छठ पूजा की खूबसूरत झलकियां पेश की गई, ने सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का ध्यान आकर्षित किया। यह प्रस्तुति न केवल दर्शकों के बीच लोकप्रिय हुई, बल्कि इसकी सराहना भी की गई। इसके अतिरिक्त, संगीत और नृत्य की अन्य प्रस्तुतियों ने भी कार्यक्रम में एक अद्वितीय आकर्षण पैदा किया।

विद्यालय की प्रतिबद्धता पर जोर
विद्यालय के प्राचार्य संजय मिश्र ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विद्यालय बच्चों को हर क्षेत्र में उत्तम ज्ञान देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान देना नहीं, बल्कि बच्चों में कला, संगीत और खेलों के प्रति रुचि विकसित करना है। प्राचार्य ने छात्रों को अपने हुनर को निखारने के लिए प्रेरित किया और कहा कि संगीत जैसी कला को बच्चों तक पहुँचाने के लिए विद्यालय हमेशा प्रयासरत रहेगा।

पुरस्कार वितरण समारोह
कार्यक्रम के समापन पर सांस्कृतिक और खेलकूद प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुरस्कृत किया गया। इनमें रामबली प्रसाद, श्रवण कुमार, विश्वजीत, संध्या, शालू, प्रीति, ममता, सोनम आदि प्रमुख थे, जिन्हें मोमेंटो और प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम के मंच संचालन का कार्य छात्र कौटिल्य कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका प्रीति कुमारी ने दिया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया और सभी की भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।

राष्ट्रीय पब्लिक स्कूल का 27वां वार्षिकोत्सव एक सफल आयोजन रहा, जिसमें छात्रों ने अपनी कला और कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों के प्रतिभा को उजागर किया, बल्कि विद्यालय की शैक्षिक प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट रूप से सामने लाया। विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों का भी योगदान इस कार्यक्रम को यादगार बनाने में अहम रहा।

रिपोर्ट शशांक मिश्रा