
बड़हरा (भोजपुर)।
बड़हरा विधानसभा के विकास के लिए विभिन्न समस्याओं के निराकरण के साथ-साथ पूरे विधान सभा क्षेत्र के विकास के लिए कृतसंकल्पित हूं ।उक्त बातें चर्चित समाजसेवी एवं बहु आयामी प्रतिभा की धनी सोनाली सिंह ने एक कंबल एक मुस्कान अभियान के तहत निरंतर सफल कंबल वितरणअभियान को विराम देने के उपरांत अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता को संबोधित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि विगत 4 जनवरी से निरंतर अभियान चलाकर विधान सभा क्षेत्र के सभी गांवों में चल रहा यह अभियान को विराम दिया गया। इस अभियान के तहत इसके तहत 37 पंचायत के सैकड़ो गांव में पहुंचकर जरूरतमंद लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास किया एवं कंबल का वितरण भी किया गया। संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र में दौरा करने के दौरान देखा कि किस प्रकार पूरी तरह से पिछड़ा हुआ है। खवासपुर पंचायत की हजारों आबादी पीपा पुल नहीं लगने के कारण लोग काफी परेशान हैं। उनके बच्चों की शादी- विवाह रुक जा रहा है।संपूर्ण विधान सभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव है।हमारी बहनों को पढ़ने के लिए एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं है। बाढ़ प्रभावित इलाका होने के बावजूद हजारों लोगों को बाढ़ सहायता राशि नहीं मिल पाई है। इस समस्या को लेकर उनके द्वारा जिला पदाधिकारी भोजपुर से भी मुलाकात कर समाधान करने के संदर्भ में ज्ञापन दिया गया है। वही कई गरीब लोगों को बिजली मीटर में गड़बड़ी के कारण हजारों रुपए का बिजली बिल आया है। इस प्रकार की कई समस्याएं मैने अपनी आंखों देखी और समझी। अंततः फैसला लिया कि अब वह विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में लोगों के सुख-दुख में शामिल होंगी। इसीलिए उन्होंने कंबल वितरण अभियान चलाने के बाद अपनी मां एवं बहनों को महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक करेंगी। उन्हें सशक्त बनाने का काम करेगी क्योंकि महिला एक मजबूत स्तंभ है । उन महिलाओं को आगे बढाकर मुख्य धारा में जोड़ना है। विभिन्न माध्यमों से वह निरंतर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान करने का हर संभव प्रयास करेंगी।पूरा बडहरा विधानसभा क्षेत्र के लोग मेरे परिवार हैं और मैं उनकी बेटी हूं जो स्नेह और आशीर्वाद पिछले कई महीनो से उनको मिल रहा है उससे बड़ा धन और कुछ नहीं है ।भविष्य में वह आगे भी विधान सभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को लगातार सरकार और प्रशासन तक पहुंचाने और यथासंभव काम को करेंगी।
रिपोर्ट: देवाशीष
ब्यूरो रिपोर्ट:अनिल कुमार त्रिपाठी