
पटना।
पटना से सटे परसा बाजार थाना के कनकटीचक में टाईल्स मिस्त्री रंजन की गोली मारकर की गई हत्या मामले में पुलिस भी परेशान हो गई है. छानबीन के क्रम में पुलिस को पता चला कि मृतक रंजन की पत्नी ने अपने मोबाइल से कॉलिंग और व्हाट्सएप हिस्ट्री को डिलीट कर दिया है. घटना गुरुवार के देर रात की बताई जा रही है. वहीं इस मामले में पुलिस ने हत्यारों की तलाश में मौके पर एफएसएल की टीम एवं खोजी कुत्ते को बुलाया कर साक्ष्य जमा किया है. इस मामले में पुलिस ने छानबीन किया तब पता लगा कि रंजन को घर से कुछ दूरी पर ही अपराधियों ने 6 गोली मारी. हत्या के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ भी किया मगर किसी ने अपना मुंह नहीं खोला और पत्नी ने अपने मोबाइल का सारा कॉलिंग नम्बर सहित वाट्सएप का मैसेज भी मिटा दिया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है. इस मामले में पुलिस का शक गैंगवार और प्रेम प्रसंग में हत्या की दिशा में जा रहा है. हत्या की घटना से पहले वह स्थानीय पंचायत के मुखिया मंटू यादव के घर पर मौजूद था..!मुखिया का कहना है वह लोग प्रयागराज जाने का प्लान बना रहे थे. मुखिया मंटू यादव ने बताया कि उनके घर से वह निकल गया फिर पता नहीं किसके गाड़ी में सवार होकर अपने घर जा रहा था तभी उसे गोली मार का हत्या कर दिया गया.
मालूम हो कि गुरूवार की रात्री में कनकटी चक निवासी रंजन उर्फ सरकार जो टाईल्स मिस्त्री था, उसकी हत्या घर के पास ही अपराधियों ने कर दिया था. अपराधियों ने रंजन को 6 गोली मारी थी. उसकी मौत घटना स्थल पर ही हो गई थी मगर घर वालों ने इस बात की सूचना पुलिस को नहीं दिया और एम्स लेकर चले गए. स्थानीय मुखिया मंटू यादव का कहना है कि एम्स पहुंचने के पहले हीं उसकी मौत हो चुकी थी.

पुलिस को गांव के लोगों से सूचना मिली तब वहां पुलिस पहुंची. शव को एम्स में पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस के मुताबिक घटना उस समय हुई जब रंजन मंटू मुखिया के घर काम खत्म कर अपने घर जा रहा था. इस घटना के बाद मुखिया सहित परिजन भी पूरी तरह खामोश हो गये. इस मामले में इन लोगों की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत हो रही है. रंजन की पत्नी ने अपने मोबाईल से उस दिन का सारा कॉलिंग मिटा दिया और वाट्सएप को भी पूरी तरह क्लीन कर दिया. पूरा मामला अनुसंधान और जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि इसकी हत्या में किन लोगों का हाथ है.

पुलिस यह बात की भी जांच कर रही है कि आखिर पत्नी ने क्यों मोबाइल से कॉलिंग और व्हाट्सएप डिलीट कर दिया है. बहरहाल पुलिस ने हत्यारों की तलाश में एफएसएल की टीम और खोजी कुत्ते को बुला कर साक्ष्य जमा किया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी हुई है। वहीं शक के दायरे में रंजन के परिजन को भी पुलिस ने रखा है. गांव में इस हत्या के कहानी की कोई चर्चा नहीं हो रही मानो परिजन से लेकर मुखिया और गांव वाले भी हत्या की कहानी जानते हैं मगर किसी खौफ या बदनामी के कारण वह लोग खामोश हो गये हैं.
हत्या की घटना के बाद भाकपा माले की टीम गांव में पहुंचे और घटना पर दुख जाहिर करते हुए घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की. माले टीम में प्रथम सचिव गुरुदेव दास, प्रामोद चंद्रवंशी, छोटू मांझी, शरीफा मांझी समेत अन्य शामिल थे।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव