आरा (भोजपुर)।

भोजपुर में हथियारबंद बदमाशों ने एक युवक को गोलियों से भून डाला। घटना मंगलवार को दोपहर में कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सोहरा गांव में  युवक को काफी करीब से लगभग पांच गोली मारी गई है। इलाज के लिए आरा शहर स्थित निजी अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना को लेकर गांव में आसपास की इलाके में सनसनी मच गई है।बताया जाता है कि मृतक कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के हेतमपुर गांव निवास स्व.बैजनाथ सिंह का पुत्र सुमित सिंह (35 वर्ष) है। वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के.जी. रोड मोहल्ले में अपना मकान बनाकर रहता था और स्थानीय स्टेशन रोड त्रिभुआनी कोठी पास अपना मोबाइल की दुकान चलाता था। सूचना मिलते ही कृष्णागढ़ थानाध्यक्ष पवन एवं डीआईयू टीम घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई। घटनास्थल से गोली का खोखा बरामद किया है। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम को बुलाये जाने के बाद एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घटनास्थल से कई साक्ष्य को इकठ्ठा की। घटना की सूचना पाकर सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह,नवादा थानाध्यक्ष विपिन बिहारी, टाउन थानाध्यक्ष देवराज राय अतिरिक्त पुलिस बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजन से मिल घटना की जानकारी ली। वहीं पुलिस के पहुंचते ही मृतक के परिजनों का आक्रोश भड़क उठा। इसके बाद आक्रोशित परिजन अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर आरा सदर अस्पताल परिसर के इमरजेंसी वार्ड में जमकर हंगामा किया। पुलिस के काफी मशक्कत करने के बाद परिजनों को समझ बूझाकर शांत कराया। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया।सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों का औपचारिक बयान अभी नहीं आया है। गांव के ही मुखिया और उनके दो बेटों पर आरोप लगाया जा रहा है। इन लोगों का पूर्व से आपस में विवाद चल रहा था। उसी विवाद को लेकर उनके द्वारा हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापामारी कर रही है और जल्दी उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं मृतक के चाचा अरुण सिंह ने बताया कि दो माह पूर्व वह सोहरा पंचायत के वर्तमान मुखिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सोहरा गांव के लोगों से हस्ताक्षर कराने गए थे। इसी बीच वे लोग भी वहां आ गए और दोनों पक्ष के बीच मारपीट हुई थी। जिसके बाद दोनों पक्षों द्वारा स्थानीय थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। उसी को लेकर उनसे विवाद चला आ रहा है। उसी केस के सिलसिले में आज पूछताछ को लेकर चौकीदार द्वारा उन्हें बलुआ गांव बुलाया गया था। पूछताछ के बाद लौटने के क्रम में मृतक के चाचा अरुण सिंह सोहरा बाजार पर रुक गए। लौटने के क्रम में पंचायत के वर्तमान मुखिया मोहन शर्मा व उनके दो पुत्र सोनू शर्मा एवं संजय शर्मा पर मेरे भतीजे सुमित सिंह की पूर्व के विवाद को लेकर गोली मारकर दी।जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके बाद परिजन द्वारा उसे अनान-फानन में इलाज के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने देख उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बावजूद परिजन अपनी संतुष्टि को लेकर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाए जहां चिकित्सक ने देखकर उसे मृत घोषित कर दिया। बहरहाल पुलिस से अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है। घटना की सूचना पाकर बड़हरा से बीजेपी विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजनों से मिल घटना की जानकारी ली एवं उन्हें ढांढस बंधवाया। सूत्रों के अनुसार मृतक का आपराधिक इतिहास भी रहा है। मृतक पर हत्या एवं हत्या के प्रयास सहित करीब आधा दर्जन मामले दर्ज है। मृतक के परिवार में मां के अलावे पत्नी सुमन देवी व दो पुत्र नितिन एवं मुन्ना है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। 

ब्यूरो रिपोर्ट:अनिल कुमार त्रिपाठी