दरभंगा।
दरभंगा जिले के सोनकी थाना क्षेत्र स्थित दलान रिसोर्ट में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान फर्जी एडीएम सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये लोग शराब के नशे में रौब दिखाते हुए खुद को समस्तीपुर का एडीएम बता रहे थे। हालांकि, पुलिस की जांच में यह दावा झूठा निकला। मौके पर पुलिस को देखते ही तीन आरोपी फरार हो गए, जिनमें से एक के पास पिस्टल होने की भी जानकारी सामने आई है।

गिरफ्तार आरोपियों में से एक, अभिनय कुमार, खुद को 2021 बैच का आईएएस और समस्तीपुर में पदस्थापित एडीएम बता रहा था। लेकिन पुलिस पूछताछ में उसका झूठ पकड़ा गया। अभिनय अपने साथियों के साथ रिसोर्ट में घुसकर VIP ट्रीटमेंट की मांग कर रहा था।

संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर हरकत में आई पुलिस
सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ शुरू की, तो आरोपी अपने दावों का कोई ठोस प्रमाण नहीं दे पाया। वह दरभंगा के कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लेकर खुद को एडीएम बताने की कोशिश कर रहा था। रिसोर्ट स्टाफ की सतर्कता और पुलिस की तत्परता के चलते चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीन आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।

रिसोर्ट मालिक ने बताया घटना का पूरा वाकया
दलान रिसोर्ट के मालिक और भाजपा नेता मृदुल शुक्ला ने इसे राजनीति से प्रेरित घटना बताया। उन्होंने कहा, “आरोपियों की हरकतें शुरू से ही संदिग्ध थीं। वे दिनभर VIP ट्रीटमेंट की मांग कर रहे थे और कार्यक्रम के कलाकारों की तस्वीरें लेने की कोशिश कर रहे थे। जब हमारे स्टाफ ने आपत्ति जताई, तो वे बहस पर उतर आए। तीन लोग, जिनमें से एक के पास पिस्टल थी, मौके से भाग निकले।”

मृदुल शुक्ला ने आगे कहा कि आरोपी अभिनय कुमार उनसे मुलाकात करने आया और बातचीत में राजनीतिक मुद्दों को छेड़ते हुए कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने का टिकट नहीं मिलेगा। उनकी इस हरकत से मामला संदिग्ध हो गया।

फर्जीवाड़े का पर्दाफाश
जांच में साफ हो गया कि अभिनय कुमार और उसके साथी फर्जीवाड़े के जरिए अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहे थे। मृदुल शुक्ला ने बताया कि उनकी गतिविधियां इतनी संदिग्ध थीं कि इससे जान-माल का खतरा महसूस हो रहा था। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

निष्कर्ष
इस घटना ने न केवल प्रशासन की सतर्कता को उजागर किया बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे कुछ लोग फर्जी पहचान और रसूख के दम पर दूसरों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। पुलिस की तेजी और रिसोर्ट स्टाफ की सूझबूझ से यह मामला और बड़ा होने से पहले ही काबू में आ गया।

ब्यूरो रिपोर्ट