नई दिल्ली।

आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक ट्वीट कर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चुनाव आयोग ने पंजाब पुलिस को हटाकर गुजरात पुलिस की तैनाती कर दी है। इस दावे ने सियासी हलचल पैदा कर दी।

हालांकि, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने इस पर सफाई देते हुए बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 220 कंपनियां तैनात की गई हैं। इनमें सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और आरपीएफ जैसी केंद्रीय बलों के साथ-साथ राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश पुलिस की 70 कंपनियां शामिल हैं।

गुजरात पुलिस की 7-8 कंपनियां भी इस तैनाती का हिस्सा हैं। सुरक्षा बलों का काम अंतरराज्यीय सीमा की निगरानी, फ्लाइंग स्क्वॉड, संवेदनशील मतदान केंद्रों की सुरक्षा और मतगणना केंद्रों की निगरानी करना है।

पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रतिक्रिया का अभी इंतजार है, क्योंकि पंजाब और हरियाणा में किसान आंदोलन चल रहा है और प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है।

इस पूरे विवाद की शुरुआत केजरीवाल के उस ट्वीट से हुई, जिसमें उन्होंने गुजरात पुलिस की तैनाती पर सवाल उठाते हुए पूछा था, “ये चल क्या रहा है?” चुनावी सुरक्षा और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का यह मुद्दा अब चर्चा का विषय बन गया है।

ब्यूरो रिपोर्ट