पटना।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इस बार बिहार के कई बड़े नाम इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किए गए हैं, जिनमें कला, समाजसेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले शामिल हैं।

पद्म विभूषण:
बिहार की स्वर कोकिला स्व. शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनकी लोकगायन की विरासत को यह सम्मान समर्पित है।

पद्म भूषण:
पूर्व उपमुख्यमंत्री स्व. सुशील कुमार मोदी को समाजसेवा में उनके अमूल्य योगदान के लिए मरणोपरांत पद्म भूषण से नवाजा गया।

पद्म श्री:
आचार्य किशोर कुणाल: महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव और पूर्व आईपीएस अधिकारी, जिन्हें समाजसेवा में योगदान के लिए मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

भीम सिंह भवेश: भोजपुर के वरिष्ठ पत्रकार सह प्रख्यात समाजसेवी।

निर्मला देवी: मुजफ्फरपुर की सुजनी कढ़ाई कला की प्रख्यात हस्ती।

हेमंत कुमार: मेडिसिन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान।

विजय नित्यानंद सूरीश्वर जी महाराज: धार्मिक और सामाजिक कार्यों में योगदान के लिए।


बिहार की शान का सम्मान
पद्म पुरस्कारों की इस सूची ने बिहार की प्रतिष्ठा को और ऊंचा किया है। देशभर से कुल 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन लोगों की कड़ी मेहनत और समर्पण को सलाम करता है, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में ऊंचाइयां हासिल की हैं।

समाजसेवा और संस्कृति को सलाम
बिहार के इन दिग्गजों ने न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। यह सम्मान उनकी मेहनत और उनकी विरासत को नमन है।

ब्यूरो रिपोर्ट