पटना।

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान तेजी से जारी है। इसी कड़ी में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) रजनीकांत प्रवीण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। उनके चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है, जिनमें बेतिया, दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर शामिल हैं। यह कार्रवाई विशेष निगरानी इकाई के एडीजी पंकज कुमार दराद के निर्देश पर की जा रही है।

क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, रजनीकांत प्रवीण के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने की शिकायतें मिली थीं। छापेमारी के दौरान अब तक करोड़ों रुपये की नगद राशि और बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्ति बरामद की गई है। इसमें कीमती दस्तावेज, प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात और बैंक खातों की जानकारी भी शामिल है।

कार्रवाई के दौरान क्या मिला?

करोड़ों रुपये की नकदी जब्त। चल-अचल संपत्तियों का पता चला। विभिन्न वित्तीय लेन-देन और निवेश के दस्तावेज बरामद हुए हैं।

छापेमारी की प्रक्रिया:
यह छापेमारी बेतिया स्थित आवास के साथ-साथ अन्य तीन जिलों में की गई, जहां शिक्षा अधिकारी और उनके परिजनों के संभावित ठिकाने चिन्हित किए गए थे। विशेष निगरानी इकाई की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर यह सर्च ऑपरेशन चलाया।

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती:
बिहार सरकार की यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हाल के दिनों में कई अन्य अधिकारियों पर भी ऐसी ही कार्रवाई की गई है।

यह छापेमारी अब तक की बड़ी कार्रवाइयों में से एक मानी जा रही है, और इसके परिणामस्वरूप आगे कई और खुलासे होने की संभावना है। राज्य में यह कदम प्रशासनिक ईमानदारी को बहाल करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।

ब्यूरो रिपोर्ट दीपक कुमार